श्रीनगर :कश्मीर घाटी से मई 2022 के शुरुआती 20 दिन में ही 11 युवक घर से लापता हो चुके हैं. एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. पुलवामा जिले के अरबल इलाके से मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी) और बैचलर ऑफ एजुकेशन (बी.एड) की डिग्री हासिल करने वाला युवक इरफान अहमद मलिक पिछले छह दिनों से लापता है. परिवार ने उसकी वापसी की अपील की है. इसी तरह पुलवामा जिले के दरबगाम गांव के नजीर अहमद बट का बेटा फाजिल अहमद बट 14 मई को घर से निकला और वापस नहीं लौटा. फाजिल मारे गए आतंकी जाहिद अहमद उर्फ जाहिद टाइगर का छोटा भाई है. जाहिद अहमद कुछ साल पहले सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया था.
पुलवामा जिले के गोदुरा क्षेत्र के गुलाम कादिर वेगा का 18 वर्षीय पुत्र जुनैद अहमद भी इसी महीने की 13 तारीख से लापता है. उसके परिवार ने भी उससे घर लौटने की अपील की है. आधिकारिक सूत्रों ने हालांकि पुष्टि की कि उन्हें लापता होने की रिपोर्ट मिली है और वे युवाओं का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. दरअसल घाटी में युवाओं के अपने घरों से लापता होने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें से अधिकतर ने आतंकवाद का रास्ता अख्तियार कर लिया. हालांकि कुल मिलाकर आतंकवादियों की संख्या में काफी गिरावट आई है, लेकिन स्थानीय युवाओं के आतंकवाद में शामिल होने की प्रवृत्ति को अच्छे संकेत के रूप में नहीं देखा जा रहा है. अधिकारी स्थानीय युवाओं से आतंकवाद से दूर रहने की अपील कर रहे हैं. वास्तव में कई युवाओं को सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के रास्ते पर जाने से रोका गया है.
कई युवक नहीं लौटे घर :इस बीच आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार 2022 (जनवरी-मार्च) के पहले तीन महीनों में कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण कश्मीर में 87, उत्तरी कश्मीर में 65 और मध्य कश्मीर में 16 आतंकवादी सक्रिय हैं. रिपोर्टों से पता चलता है कि इस साल के पहले तीन महीनों में लगभग 15 स्थानीय युवक लापता हो गए थे. जानकारी के मुताबिक तारन शोपियां के रहने वाले आफरीन अल्ताफ मलिक और शाकिर अहमद वाजा 17 मई 2022 से अपने घरों से लापता हैं. इस बीच किगाम शोपियां क्षेत्र के गुलाम मुहम्मद चोपन का पुत्र जाहिद अहमद चोपन 17 मई को घर से निकला लेकिन वापस नहीं लौटा. शोपियां के कटपुरा निवासी 15 वर्षीय मुजम्मिल वानी 9 मई से लापता है.