अमेठीः यूपी बोर्ड द्वारा हाई स्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट मंगलवार को दोपहर बाद जारी कर दिया गया. सकुशल और सुचिता पूर्ण परीक्षा कराने का दावा करने वाले यूपी बोर्ड की हवा निकल गई. बोर्ड के लापरवाही के चलते छात्रा का भविष्य दांव पर लग गया है. सभी विषयों में 402 अंक प्राप्त करने वाली छात्रा फेल हो गई और टॉपर बनते-बनते रह गई. छात्रा और अभिभावक ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है.
अमेठी कस्बे के श्री शिव प्रताप इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की एक छात्रा 402 अंक पाकर फेल हो गई. यूपी बोर्ड द्वारा जारी रिजल्ट में 402 नंबर प्राप्त हुए, जबकि प्रैक्टिकल के 180 अंकों की जगह सिर्फ 18 अंक ही जोड़े गए. अगर छात्रा के 180 अंक जुड़ते तो उसके नंबर 564 होते, जो 94 प्रतिशत हुए. इस तरह छात्रा टॉप 10 में शामिल होते.
यूपी बोर्ड की लापरवाही से छात्रा बेहद परेशान और मायूस है. छात्रा ने कहा कि मेरी थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पेपर बहुत अच्छे गए थे, लेकिन मेरे रिजल्ट में प्रैक्टिकल के नंबर नहीं जोड़े गए. मौके पर प्रैक्टिकल में 30-30 नंबर मिले थे, लेकिन रिजल्ट आने पर उसमें मात्र तीन नंबर ही जोड़े गए है. छात्रा ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाकर अंक बढ़वाने की मांग की है.
वहीं, पूरे मामले पर प्रिंसिपल नवल किशोर का कहना है कि विद्यालय से छात्रा को प्रैक्टिकल में हर विषय में 30 नंबर दिए गए थे. लेकिन किसी त्रुटिवश 30 नंबर की जगह तीन नंबर चढ़े हैं. छात्रा के सभी विषयों में अंक अच्छे थे, लेकिन प्रैक्टिकल के नंबर उसमें नहीं जुड़ने से छात्रा का रिजल्ट फेल आया है. कई छात्र ऐसे हैं, जिनके साथ ऐसा हुआ है.
पढ़ेंः हाईस्कूल में यूपी टॉप करने वाली प्रियांशी के संघर्ष की कहानी, बचपन में ही सिर से उठ गया था पिता का साया