लखनऊ : पंजाब सरकार ने वहां की जेल में बंद यूपी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को वापस यूपी ले जाने के लिए पत्र लिखा है. यह पत्र मुख्तार अंसारी के लिए परेशानी का सबब बन गया. यूपी सरकार ने मुख्तार को लाने के लिए कमर कस ली है. '100 सुपर कॉप', स्पेशल पुलिसकर्मियों की एक टीम बहुत जल्द पंजाब के लिए रवाना होगी. इसकी पुष्टि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने की है.
मुख्तार को यूपी लाने की सरकार ने की पुष्टि
अपर मुख्य सचिव गृह की माने तो रविवार को पंजाब सरकार की मुख्तार को ले जाने संबंधी पत्र प्राप्त हुआ है. मुख्तार को वापस यूपी लाने के लिए एक स्पेशल टीम गठित की गई है. सोमवार को बैठक कर टीम मुख्तार को यूपी लाने के लिए रणनीति बनाएगी. आठ अप्रैल तक उसे बांदा जेल में शिफ्ट किया जाएगा. मुख्तार को यूपी में लंबित चल रहे मुकदमों की सुनवाई में पेश किया जायेगा. वहीं मोहाली कोर्ट में चल रहे मुकदमे की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराई जाएगी.
जेल प्रशासन भी तैयार
मुख्तार अंसारी अभी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है और अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यूपी सरकार उसे उसके गृह प्रदेश में लाने की तैयारी में है. जेल प्रशासन भी इसके लिए बैठकें कर रहा है. मुख्तार अंसारी को फिलहाल बांदा जेल में रखने की रणनीति बनाई गई है. उसे बांदा की 15-16 नम्बर बैरक में रखा जाएगा. इसके लिए जेल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.
रोड मैप तैयार, सड़क मार्ग से आएगा मुख्तारईटीवी भारत ने रोपड़ जेल से मुख्तार को लाने के लिए 100 सुपर कॉप पुलिसकर्मियों की एक स्पेशल टीम गठित करने की जानकारी दी थी. टीम में माफिया डॉन को लाने के लिए STF समेत कई अन्य एजेंसियों को भी शामिल किया गया है. मुख्तार को सड़क मार्ग से यूपी के बांदा जेल लाया जाएगा. इसके लिए सरकार ने एक रोडमैप तैयार किया है. 100 सुपर कॉप पुलिसकर्मियों की तीन टीमें बनाई गई हैं. एक टीम मुख्तार को पंजाब के रोपड़ जेल से लेकर यूपी के लिए आएगी. बाकी की दोनों टीमें बैकअप के रूप में साथ रहेंगी. दरअसल, यह दोनों टीमें आकस्मिक किसी घटना या दुर्घटना से निपटने के लिए बनाई गई हैं.
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बाराबंकी पुलिस ने डॉ अलका राय से की पूछताछ
इससे पहले बाराबंकी पुलिस डॉ अलका राय से करीब 2 घंटे तक लगातार एक बंद कमरे में पूछताछ करती रही. बाराबंकी से आई हुई 5 सदस्यीय टीम में 2 महिला पुलिस कांस्टेबल भी पूछताछ के दौरान मौके पर मौजूद रहीं. हालांकि इस पूछताछ में मऊ जनपद की कोतवाली पुलिस के कोतवाल डीके श्रीवास्तव भी पूछताछ में मौजूद रहे .
पूरे प्रकरण पर अलका राय से मीडिया ने बात किया तो अलका राय का कहना था कि यह मेरे विरोधियों की साजिश और मुझे फंसाया जा रहा है. हालांकि बाराबंकी पुलिस ने बहुत सारे सवालों की पूछताछ की, जिसमें प्रमुख रुप से वोटर आईडी कार्ड पर एंबुलेंस जारी हुआ था. वोटर आई कार्ड पर मेरे फोटो लगे हुए थे, लेकिन उस पर मेरा सिग्नेचर नहीं था. इसी तरीके के और कई सवाल थे जिसको बाराबंकी पुलिस ने पूछताछ के दौरान उन्होंने मेरे साथ बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग किया और उसको अपने साथ ले गए. डॉ अलका राय ने कहा कि मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और मुझे न्याय मिलेगा. हालांकि उन लोगों ने मेरा वोटर आईडी कार्ड भी ले गए.