बाड़मेर. जिले में 5 दिन पहले हुए सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत (Parents died in accident 5 days ago) हो गई. जबकि पांच दिन बाद आज यानि शुक्रवार को 4 साल के बच्चे की भी मौत हो गई. घर में 7 बेटियों का घर पर रो-रोकर बुरा हाल है. हादसे के बाद से ही गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं, सोशल मीडिया पर सात बेटियों की मदद के लिए अभियान के जरिए क्राउड फंडिंग से 1 करोड़ से अधिक राशि खाते (1 crore help from crowd funding) में जमा हो चुकी है.
जिले के सिणधरी में 5 दिन पहले एक बेकाबू बोलेरो ने सड़क पर जा रहे कुछ लोगों को कुचल दिया था. जिसमें खेताराम और उनकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि 4 साल का बेटा घायल हो गया था, जिसने आज शुक्रवार को दम तोड़ दिया. वह पिछले पांच दिनों से अस्पताल में जिंदगी ओर मौत के बीच जंग लड़ रहा था. गुरुवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर लोकबंधु ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर ढांढस बंधाया तथा हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. इसके साथ ही वन मंत्री हेमाराम चौधरी भी जोधपुर में घायलों का हाल लेने पहुंचे और इलाज को लेकर दिशा निर्देश दिए.
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जिला कलेक्टर ने कहा कि बड़ी मार्मिक घटना है. पीड़ित परिवार को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद से लगातार जानकारी मिल रही है कि समाजसेवी, भामाशाह, बाड़मेर और देशभर से बच्चों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जानकारी में आया है कि अब तक क्राउड फंडिंग के जरिए एक करोड़ से अधिक की राशि प्राप्त हुई है. ऐसे में बैंकिंग अधिकारियों को पीड़ित परिवार के बैंक खाते में क्राउड फंडिंग के जरिए प्राप्त धनराशि को सुरक्षित करने के लिए बच्चियों के नाम पर प्राप्त पैसों की अलग-अलग समयावधि की एफ.डी. बनावाने के निर्देश दिए.
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई और एक बच्चा अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती था, जिसकी आज मौत हो गई. 7 बेटियां हैं. हादसे के बाद से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. इन बेटियों की मदद के लिए जिस तरह से मुहिम शुरू हुई उसमें देशभर से लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं. हम सब गांव के लोग मिलकर बेटियों की देखभाल करेंगे और जो पैसे आए हैं. वहीं बेटियों के एफडी या अन्य माध्यम से सुरक्षित करना है, इसको लेकर गांव के लोग बैठकर निर्णय करेंगे.
घायल बालक का हाल जानने पहुंचे वन मंत्री हेमाराम-पांच दिन पहले हादसे में गंभीर रूप से घायल 4 साल के जसराज और बादराराम का जोधपुर में इलाज चल रहा था. गुरुवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचकर अस्पताल में भर्ती मासूम जसराज और बादराराम के स्वास्थ्य के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ली थी.