दीवारों को ब्लैक बोर्ड बनाकर शिक्षा की ज्योत जला रही नीलिमा - बालोद में हिन्द सेना ने की मदद
बालोद: वो कहते हैं न जहां चाह है, वहां राह है. संसाधनों का रोना तो वे रोते हैं, जिन्हें बहानें करने होते हैं. जिनमें कुछ कर गुजरने की चाह हो, तो मन की आखों में एक दीवार भी कंप्यूटर का स्क्रीन नजर आता है. ऐसे ही अदम्य साहस के साथ नीलिमा श्याम शिक्षा की ज्योत जला रही है. नीलिमा श्याम गुजरा गांव की रहने वाली है. वे 4 साल से बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रही है.