धमतरी में सर्व आदिवासी समाज ने क्यों किया हल्लाबोल ? - Accused of changing the tribal Jamdi text of Balod
धमतरी : जिले में सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय आव्हान पर जामड़ीपाठ (पाटेश्वर धाम) डौंडी बालोद सहित अन्य मुद्दों पर जेल भरो आंदोलन किया गया. इस जेल भरो आंदोलन में जिलेभर से बड़ी संख्या में आदिवासी समाज ने अपनी गिरफ्तारी दी (Sarva Adivasi society gave arrest in Dhamtari) है. शुक्रवार को गोंडवाना समाज भवन से रैली की शक्ल में सर्व आदिवासी समाज एसडीएम दफ्तर पहुंचे. एसडीएम को ज्ञापन देने के बाद सिटी कोतवाली थाना परिसर में अपनी गिरफ्तारी दी है. दरअसल सर्वआदिवासी समाज का कहना है कि ''जिला बालोद डौडी ब्लाॅक के आदिवासी जामड़ी पाठ को परिवर्तित कर पाटेश्वर धाम बनाने वाले बालक दास ने आदिवासियों पर क्रूरता की (Accused of changing the tribal Jamdi text of Balod) है.पारंपारिक पूजा में गुंडे बुलवाकर लाठी-डंडों,कांच की बोतलों और पत्थरों से घातक वार कराया .जिसमें कई लोगों को गंभीर शारीरिक चोट आयी .इसके बाद बालकदास की गिरफ्तारी को लेकर समाज ने लगातार आवेदन-निवेदन-महाबंद किया गया.लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई. इसी तरह सरगुजा के हसदेव अरण्य परसा कोल ब्लॉक में ग्रामसभा और प्रदेशभर में आदिवासियों के विरोध बाद भी गांव को उजाड़ा जाएगा एवं लाखों पेड़ काटा जाएगा. वही मई 2021 में सुकमा जिले के सिलगेर ग्राम में पुलिस एवं फोर्स के द्वारा निर्दोष ग्रामीणों को गोली मारकर हत्या कर दी गई एवं नक्सली बताया गया था. जो बाद में जांच के बाद में साबित हुआ कि निर्दोष ग्रामीण और किसान मारे गए थे. जिस पर अभी तक उनको कोई ना मुआवजा मिला न ही दोषी अधिकारी कर्मचारियों के ऊपर कोई दंडात्मक एफआईआर हुआ. इन सभी गंभीर विषयों पर सर्व आदिवासी समाज लगातार प्रदर्शन कर (Big allegation of all tribal society in Dhamtari) रही है. ''