यहां पीने का पानी जुटाने में कट जाता है आधा दिन - ground water label
गरियाबंद: बूंद-बूंद पानी की कीमत क्या होती है इसे फरसरा, धोबीपारा और लुठापारा गांव के आदिवासी कमार ग्रामीण ही जानते हैं. लगभग 44 डिग्री तापमान में पानी के लिए यहां के ग्रामीणों को दो किलोमीटर पैरी नदी तक पैदल जाना पड़ता है. इतना ही नहीं बल्कि इन ग्रामीणों को झिरिया खोद कर पानी लाना पड़ता है. तब कहीं जाकर उन्हें पीने के लिए एक-दो हांडी पानी मिल पाता है.