छ्त्तीसगढ़ में यूरेनियम की तलाश, हेली-बोर्न तकनीक से खोजा जा रहा यूरेनियम - heli borne technique
परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान विभाग के भू-वैज्ञानिक छ्त्तीसगढ़ में यूरेनियम की तलाश कर रहे हैं. इस कड़ी में मुंगेली के लोरमी और इसके आसपास कोटा और अमरकंटक की पहाड़ियों में लगातार आसमान में हेलीकाप्टर उड़ान भर रहे हैं. मुंगेली में बीते दो हफ्तों से हेलीकाप्टर के जरिये हेलीबोर्न तकनीक से थ्रीडी कैमरे की मदद से लोरमी और इलाके की पहाड़ियों में भू-गर्भ में छिपे मिनरल्स को खोजा किया जा रहा है. लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व के उपर उड़ान भर रहे हेलिकाप्टर ग्रामीणों के उत्सुकता का विषय बना हुआ है. ये सुबह से शहर से लेकर जंगल तक कई राउंड चक्कर लगा रहा है. हेलीकाप्टर के नीचे गोल रिंग नुमा झूला लटका हुआ होता है. इस झूले नुमा रिंग को हेली-बोर्न तकनीक कहा जाता है. बताया जाता है कि ये मजबूत कापर का बना होता है जिसमें थ्रीडी कैमरा लगा हुआ है. जो जमीन के अंदर 500 मीटर तक झांककर यह पता लगा सकता है कि जमीन के अंदर किसका भंडार है. जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक भू-वैज्ञानिकों को इस क्षेत्र में यूरेनियम होने की संभावना मिली है.