नन्ही बेटियों को छोड़कर नक्सलियों से लड़ते-लड़ते शहीद हुए दिलीप कुमार दास
बीजापुर में हुए एनकाउंटर में असम के रहने वाले वीर दिलीप कुमार दास भी शहीद हो गए थे. शहीद दिलीप कुमार दास अपने माता-पिता, पत्नी और दो बेटियों को इस दुनिया में छोड़कर नक्सलियों से लड़ते-लड़ते शहीद हो गए. CRPF में उनकी ज्वॉइनिंग जवान के रूप में हई. लेकिन बाद में मेहनत और लगन से वे 210 कोबरा बटालियन में इंस्पेक्टर बने. शहीद का शव जब उनके गृहग्राम पहुंचा तब पूरा गांव उमड़ पड़ा. सभी ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. उनका कर्ज पूरा देश कभी नहीं चुका पाएगा.
Last Updated : Apr 7, 2021, 1:35 PM IST