बस्तर में मिलती है चींटी की चटनी, स्वाद के साथ सेहत का भी रखती है ख्याल
जगदलपुर : आपने धनिया, पुदीना या टमाटर की चटनी के बारे में तो काफी सुना होगा, लेकिन लाल चींटियों की चटनी के बारे में सुनकर थोड़ा अटपटा लग सकता है. आपको जानकर बेहद हैरानी भी होगी की इस चटनी को बस्तर के आदिवासी बड़े चाव से खाते हैं. बस्तर के आदिवासी लाल रंग की चींटियों को पेड़ों से इकट्ठा करके इसकी चटनी बनाते हैं. जिसे स्थानीय बोलचाल में चापड़ा चटनी कहा जाता है. बस्तर के किसी पारंपरिक साप्ताहिक बाजार में आदिवासी महिलाएं पत्तों के दोने में लाल चींटियां बेचती आसानी से देखी जा सकती हैं. आदिवासी अपने खानपान में इस चटनी का इस्तेमाल सदियों से करते आ रहे हैं. कहा जाता है कि ये चटनी मेडिसिन का भी काम करती है.
Last Updated : Oct 10, 2019, 10:36 AM IST