कोरबा: मालगाड़ी के मुकाबले 10 प्रतिशत हुई यात्री ट्रेनों की संख्या
कोरोना काल में रेलवे ने माल ढुलाई करने की दिशा में कीर्तिमान स्थापित किया. कोयले से लदी ट्रेनों की संख्या कोरोना के पहले हर दिन औसतन 30 से 35 थी. अब यह बढ़कर 40 से 45 हो गई है. रेलवे को अकेले कोरबा से करीब 6 हजार करोड़ रुपये का राजस्व सालाना, माल ढुलाई से मिलता था. अब इसमें इजाफा हो जाएगा. माल ढुलाई में जहां कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं, वहीं यात्री सुविधाओं के मामले में कोरबा को लगातार ठगा जा रहा है. पहले कोरबा से 17 यात्री ट्रेनों का परिचालन होता था. वर्तमान में इसे घटाकर केवल 4 कर दिया गया है. कोरबा से रायपुर कनेक्टिविटी के लिए जोर-शोर से शुरू किए गए हसदेव एक्सप्रेस को भी अब पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.