प्रदेस म मातर तिहार के धूम - छत्तीसगढ़ मातर तिहार 2019
आवत देवारी लुही लुहिया, जावत देवारी बड़ दूर जा-जा देवारी अपन घर, फागुन उड़ावै धूर... छत्तीसगढ़ म देवारी के रउनक अब्बड़ सुघ्घर रइथे. देवारी तिहार बर सहर के रहवईया मन घलो अपन गांव म तिहार माने बर पहुंचथे अउ गांव मन म तिहार के रंग देखे लायक रइथे. गोवर्धन पूजा के आगु भाई-दूज के बिहिनिया प्रदेस म मातर तिहार माने के परंपरा हवय. ए दिन भगवान श्री कृस्न जी ह अपन छिनी अंगूरी म गोबरधन परबत ल उठा के जम्मो बृजवासी मन ल मुसलधार बारिस ले बचाय रहिन, इंद्र के अभिमान ल चूर-चूर करके परकिरती पूजा ल सुरु कराय रहिन. ए दिन ल गाँव गंवई म बड़ा सरधा अउ भगती पूरवक मनाथे. मातर तिहार म यादुवंसी अउ ग्वाला समाज के मनखे मन गौठान म जाथे अउ ईहां भगवान कृस्न के मूर्ति अउ गोवर्धन के मूर्ति के चारो तरफ गउ माता ल चराथे. गउ माता के पूजा-पाठ होए के बाद कुम्हड़ा अउ मही के साग अउ खिचड़ी रांधे जाथे. जेला प्रसाद के रुप म मनखे मन ल बाटथे. एखर बाद ग्वाला मन ह अखाड़ा के अस्त्र-सस्त्र के पूजा करथे ओखर बाद इक्ठ्ठा होथे अउ हैरतअंगेज करतब दिखाथे. अइसे माने जाथे कि मातर तिहार मनाए ले भगवान खुस होथे अउ सालभर भंडार भरे रइथे.