SPECIAL: आइए छत्तीसगढ़ के इस आदर्श गांव, जहां पेड़ों पर कुल्हाड़ी नहीं चलती, जहां कोई शराब नहीं पीता - पर्यावरण की सुरक्षा
जशपुर: जिले के कनमोर गांव के ये लोग पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक जगह पर जुटे हैं. यहां एक ग्राम सभा का आयोजन किया गया है. जिसमें अगले सात दिनों के लिए जंगलों की सुरक्षा के लिए एक टीम को दायित्व सौंपा जाएगा. जिस टीम को पेड़-पौधों को बचाने का काम सौंपा जाएगा, वो अगले सात दिनों तक पेड़ों की सुरक्षा के लिए जंगलों की निगरानी करेंगे. एक टीम में 10 लोगों को शामिल किया जाएगा. जो आस-पास के जंगलों में बंटकर पेड़-पौधों को तस्करों से बचाएंगे.