हिंदी साहित्य को पहली कहानी देने वाले पं. माधवराव सप्रे (Madhavrao Sapre) की 19 जून को 150वीं जयंती है. वर्षों पहले जब देश में गिनी चुनी पत्रिकाएं निकलती थी. उस दौर में उन्होंने बिलासपुर के एक छोटे से गांव पेंड्रा से 'छत्तीसगढ़ मित्र' पत्रिका निकालकर देशभर में क्रांति की अलख जगाई थी. देश के हिंदी साहित्य और पत्रकारिता में पंडित माधवराव सप्रे एक बड़ा नाम है.