World Environment Day: इंद्रवती का पानी बचाने बस्तर में निकली पदयात्रा - इंद्रवती का पानी बचाने
जगदलपुर:विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सोमवार को इंद्रावती बचाओ आंदोलन समिति चित्रकोट जलप्रपात से बिजाकसा जलप्रपात तक पदयात्रा निकाली. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित नदी यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. चित्रकोट जलप्रपात से तकरीबन 5 किलोमीटर तक नदी और पहाड़ को पार करते हुए इंद्रावती बचाओ आंदोलन के सदस्य ने यात्रा की.
"पिछले 4 सालों से समिति का गठन करके इंद्रावती के उत्थान के लिए कार्य किया जा रहा है. दिनों-दिन इंद्रावती नदी की वास्तविक स्वरूप खत्म होते जा रही है. पहला यह कि ओडिशा से मिलने वाला पानी इंद्रावती को नहीं मिल रहा है. जो सबसे बड़ा संकट है. इंद्रावती का 11 प्रतिशत पानी ही बस्तर में इस्तेमाल हो रहा है, बाकी पानी बह रहा है. यदि छोटे बड़े डैम बनाकर किसानों को पानी पहुंचाने का काम होता तो शायद पानी बच जाता."- किशोर पारेख, इंद्रावती विकास समिति सदस्य
"बीते 4 वर्षो से मांग जारी है इसके बावजूद केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा केवल जुबानी खर्च किया जा रहा है. बस्तर के लगे तेलंगाना और ओड़िसा में जल संरक्षण के लिए पहले से ही प्रयास किया गया है. बस्तर में किसी प्रकार का कोई विजन तैयार नहीं किया गया है ताकि बारिश के पानी को भी संरक्षित किया जाए. वर्तमान में आधुनिक तौर पर कृषि की जा रही है." - संपत झा, इंद्रावती विकास प्राधिकरण सदस्य