Students Protest Outside CM House: स्कूल में शिक्षक नहीं, परिजन और बच्चे पहुंचे सीएम आवास, भाजपा ने सरकार को घेरा
रायपुर: महासमुंद के अमलोह हाई स्कूल के बच्चे अपने परिजनों और टीचर्स के साथ रायपुर पहुंचे. स्कूली बच्चे अपनी कॉपी किताब लेकर पहुंचे थे. उन्होंने सीएम आवास के बाहर अपनी कॉपी किताबें रख दी और धरना देने लगे. बच्चों का कहना है कि जब तक उन्हें टीचर नहीं मिलेंगे तब तक वे वहां से नहीं जाएंगे.
टीचर की कमी से बच्चे परेशान: छात्रों का कहना है कि 10वीं क्लास में कोई भी सब्जेक्ट टीचर नहीं है. दो साल तक मिडिल स्कूल के टीचरों ने पढ़ाया. पिछले 4 साल से 1 ही टीचर है. जो सिर्फ गणित पढ़ाते हैं. बाकी किसी भी सब्जेक्ट के टीचर नहीं है.
शिक्षामंत्री, कलेक्टर से पहले गुहार लगा चुके हैं लेकिन टीचर नहीं मिला. इसलिए अब सीएम से मिलने आए हैं. हमें जब तक टीचर नहीं मिलेंगे तब तक अपनी किताबें लेकर नहीं जाएंगे." - कुमारी लता साहू, हाईस्कूल अमलोर, 10वीं
अकेले टीचर के भरोसे हाई स्कूल: ग्राम अमलोह के हाई स्कूल के टीचर का कहना है कि 2018 से स्कूल चल रहा है लेकिन अब तक टीचर्स स्कूल में नहीं है. सिर्फ एक टीचर है वो भी प्रभारी प्राचार्य हैं. शिक्षक की जब भी मांग की जाती है तो सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. चार टीचर की व्यवस्था भी की गई थी लेकिन चार दिन में ही चारों टीचर्स की व्यवस्था निरस्त कर दी गई.
सासंद सुनील सोनी ने इस मामले में कहा कि स्कूलों में उच्च शिक्षित शिक्षकों को शामिल करने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होगा. जब तक कि उनके पास शिक्षण में 2 से 3 साल का अनुभव न हो. अगर कोई उच्च शिक्षित शिक्षक पढ़ाने आता भी है तो अनुभव की कमी के कारण वह पढ़ा नहीं पाएगा. उसके पास पढ़ाने का 2 से 3 साल का अनुभव होना चाहिए. सुनील सोनी ने भूपेश बघेल को घेरते हुए कहा कि जब तक भूपेश सरकार इस बात को ध्यान में नहीं रखेगी, तब तक बच्चों का भविष्य इसी तरह बर्बाद होता रहेगा.