Hanuman Jayanti 2023 ब्रह्मचारी हनुमान जी से सीखिए परिवार प्रबंधन - पंडित विजय शंकर मेहता
सरगुजा : हनुमान चालीसा और परिवार प्रबंधन पर व्याख्यान देने प्रसिद्ध वक्ता पंडित विजय शंकर मेहता शनिवार को अंबिकापुर पहुंचे. शाम 6 बजे से स्थानीय कला केंद्र मैदान में उन्होंने हजारों की भीड़ के सामने अपना व्याख्यान दिया. व्याख्यान से पहले पंडित विजय शंकर मेहता ने प्रेस कॉनफ्रेंस किया. उन्होंने कहा " हम उज्जैन में रहते हैं. वहां शांतम के नाम से श्री हनुमान चालीसा का ध्यान केंद्र है. जहां विश्व में पहली बार हनुमान चालीसा से ध्यान सिखाया जाता है. वहां एक हनुमानजी जी की प्रतिमा है जिसमे मनुष्य के शरीर के 7 चक्र हनुमानजी की योगी स्वरूप की प्रतिमा में स्थापित किये गए हैं. मेरा फोकस परिवार पर हैं. भारत में पारिवारिक ढांचा पर खतरा मंडरा रहा है."
हनुमान जी और परिवार प्रबंधन:हनुमान की कथा में परिवार प्रबंधन का पाठ पढ़ाए जाने को लेकर पंडित विजय शंकर मेहता ने बताया "हनुमानजी ब्रम्हचारी रहे लेकिन उनके मूल स्वाभाव में सेवा और प्रेम कूट कूटकर भरा हुआ है. जब कोई व्यक्ति प्रेमिल होता है तो उसके शरीर से सकारात्मक ऊर्जा निकलती है. हनुमान जी के शरीर से 24 घंटे निकलने वाली सकारात्मक ऊर्जा के कारण उनके शत्रु भी थोड़ी देर में ही उनकी प्रशंसा करने लगता है.जब लंका में हनुमान जी माता सीता को ढूंढने जा रहे थे तब सुरसा नामक राक्षसी उन्हें खाने आई, लेकिन वो भी उनसे प्रभावित हो गई और उन्हें सफल होने का आशीर्वाद दिया. "
विजय शंकर मेहता ने कहा "इस समय भारत के परिवारों में तनाव चल रहा है. एक अजीब सी उदासी है. प्रेम, सेवा और धैर्य परिवारों में उतर आए तो परिवारों में अशांति, कलह खत्म हो जाएंगे. हनुमान जी का व्यक्तित्व देखे तो वे ब्रम्हचारी रहे लेकिन जिसका भी परिवार बिछड़ा या उजड़ा, उसे उन्होंने ही बचाया. सुग्रीव का परिवार उन्होंने बचाया, राम का परिवार उन्होंने मिलाया. प्रेम पूर्वक रहने के लिए, परिवार बचाने के लिए जितने गुण किसी भी व्यक्ति में होने चाहिए वे सभी गुण हनुमान जी में हैं इसलिए हम उन्हें अपने व्याख्यान के केंद्र में रखते है."