छत्तीसगढ़

chhattisgarh

भूपेश सरकार को संविदाकर्मियों की चेतावनी

ETV Bharat / videos

Contract Workers Movement: नियमितीकरण न होने पर भूपेश सरकार को संविदाकर्मियों की चेतावनी, चुनाव में भुगतना पड़ेगा - कांग्रेस की सरकार

By

Published : Jul 3, 2023, 11:44 PM IST

धमतरी:छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदाकर्मियों ने सोमवार को गांधी मैदान धमतरी में अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज किया है. कर्मचारियों की नाराजगी कांग्रेस की ओर से नियमितीकरण का वादा पूरा नहीं करने की वजह से है. छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले यह आंदोलन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है. जिन विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं उनमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, पंचायत, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना, जैसे विभाग शामिल हैं. हड़ताल से कामकाज प्रभावित होगा.

4 साल से मांग को लेकर डटे हैं कर्मचारी:बीते 4 सालों से अलग- अलग समय पर कर्मचारीत संगठन आंदोलन करते रहे हैं. कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया है कि कई बार बातचीत की पहल करने के बावजूद प्रशासनिक अफसरों ने कोई चर्चा नहीं की और ना ही इनकी मांगों पर ध्यान दिया. मजबूर होकर अब अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर्मचारियों को करना पड़ा है. संविदा कर्मचारियों की मांग है कि इन्हें स्थाई किया जाए, नौकरी की सुरक्षा 62 वर्ष आयु तक दी जाए, वरिष्ठता का लाभ, वेतन, ग्रेच्युटी, क्रमोन्नति-पदोन्नति, सामाजिक सुरक्षा, अनुकंपा नियुक्ति, बुढ़ापे का सहारा पेंशन जैसी मूलभूत सुविधाएं दी जाएं. 
 

5 दिन जिलास्तरीय प्रदर्शन के बाद 7 जुलाई को रायपुर पहुंचेंगे: कर्मचारियों के मुताबिक हर जिले में विरोध जताएंगे कर्मचारी राज्य के सभी जिलों में 3 जुलाई से 7 जुलाई तक 5 दिनों तक कर्मचारी अपने अपने स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. 7 जुलाई को प्रदेश के सभी जिलों में एक रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा. रैली में सभी कर्मचारी काले कपडे पहनकर प्रदेश के सभी शहरों से निकलेंगे. कर्मचारियों ने यह भी तय किया है कि अगर बारिश हुई तो छाता भी काले रंग का ही इस्तेमाल करते हुए विरोध प्रदर्शन जारी रखा जाएगा. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आने से पहले नियमितीकरण करने का वादा किया था लेकिन आज तक इस ओर ध्यान नही दिया गया है. आने वाला चुनाव में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details