Raigarh : बोरे बासी का आयोजन, मजदूरों संग विधायक ने उठाया लुत्फ - Bore Basi in chhattisgarh
रायगढ़ : किसी भी प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान का बड़ा हिस्सा उसकी खानपान, रहन सहन, परंपरा से होती है.अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर नगर निगम उद्यान में बोरे-बासी त्यौहार का आयोजन किया गया. आपको बता दें कि पिछले साल से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बोरे-बासी-खाबो का आह्वान किया था. इसका व्यापक असर देखने को मिला. इस साल भी बड़े ही उत्साह के साथ बोरो-बासी त्यौहार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक, नगर पालिका निगम की महापौर और सफाई कर्मी के साथ स्वच्छता दीदी ने भी अपनी सहभागिता निभाई है.
पारंपरिक खानपान को मिल रहा बढ़ावा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछली बार अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के दिन सबसे बोरे बासी खाने का आग्रह किया.उनका यह संदेश बहुत लोकप्रिय हुआ.बोरे बासी हमारी परंपरा में इतना रचा बसा है कि लोक परंपराओं में कितने ही गीत इसे लेकर बनाये गए हैं. किसी भी प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान का बड़ा हिस्सा उसकी खानपान की परंपरा होती है. छत्तीसगढ़ में इसे सहेजने के लिए जो कदम उठाए गये हैं. जिस तरह से स्थानीय खानपान की परंपराओं को बढ़ावा दिया जा रहा है.उससे प्रदेश के ठोस सांस्कृतिक विकास की नींव पुख्ता होगी.
डॉक्टर भी दे रहे हैं राय :कार्यक्रम में रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक, महापौर जानकी अमृत काटजू सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने बोरे बासी की खासियत बताई.