बेहद खास है बस्तर दशहरे की भीतर रैनी रस्म - विजयादशमी की रात भीतर रैनी रस्म
जगदलपुर : 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर विजयादशमी की रात भीतर रैनी रस्म अदा की गई. इस रस्म में 8 चक्कों के विशालकाय रथ की परिक्रमा की गई. भीतर रैनी की रस्म में मां दंतेश्वरी और मामा वाली माता को डोली रथ में सवार किया गया. इस रस्म को देखने के लिए बस्तर के अलावा प्रदेश और देश के कोने-कोने से पर्यटक बस्तर पहुंचे. रस्म की खास बात यह है कि रथ चुराकर ले जाने वाले मढ़िया जाति के लोग ही रथ को खींचते हैं. 8 चक्कों के इस विशालकाय रथ को खींचने के लिए लगभग 300 से 400 आदिवासी मौजूद रहते है. इसके बाद बुधवार को बाहर रैनी की रस्म भी निभाई गई.