धमतरी:तेलिनसत्ती गांव के रहने वाले हरदेव ने बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से परेशान होकर सीएम हाउस के सामने आत्मदाह की कोशिश की. खबरें आईं कि वो मानसिक तौर पर ठीक नहीं है लेकिन परिवार ने इससे साफ इनकार कर दिया. हरदेव की पत्नी ने कहा कि वो मानसिक तौर पर बीमार नहीं पैसों के लिए परेशान था. घर में खाने को दाना नहीं है. परिवार से चावल लाकर रविवार तक गुजारा हुआ है. सोमवार को वो बिना बताए घर से निकल गया फिर आत्मदाह की कोशिश की खबर घर पहुंची.
सोमवार को हरदेव सीएम हाउस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करने पहुंचा लेकिन उसकी मुलाकात नहीं हो सकी, जिससे परेशान होकर उसने परिसर में ही खुद को आग के हवाले कर दिया. वहां मौजूद सुरक्षा में लगे जवानों ने उन्हें बचा लिया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. हरदेव अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बाकी परिवार से अलग रहता है. उसकी दो बेटियां हैं. आधी एकड़ जमीन ही सिर्फ आय का जरिया है. उसकी पत्नी ने बताया कि हरदेव ने हाल ही में धान बेचा था. जिसकी राशि जरूरत की चीजों में खर्च हो गई थी. लेकिन पिछले कुछ दिनों से उन्हें खाने के भी लाले पड़ गए थे. जिसको लेकर वो हमेशा परेशान रहा करता था. हरदेव की पत्नी ने बताया कि उसे किसी भी तरह की मानसिक परेशानी नहीं है. उसने आर्थिक तंगी और बेरोजगारी की वजह से ऐसा कदम उठाया है.
परिवार से उधार लिया था चावल
हरदेव के माता-पिता ने बताया कि घर में खाने को राशन नहीं था तो वो उनके पास से चावल उधार लेकर गया था. बीती रात भी उसने खाना नहीं खाया था और सोमवार सुबह बिना बताए घर से निकल गया. घर में संयुक्त राशन कार्ड है. जिसमें करीब 28 किलो चावल मिलता है. जो महीने भर तक नहीं चल पाता है.