सूरजपुर: छत्तीसगढ़ की महिला सांसदों के साथ संसद में दुर्व्यवहार का विवाद थमता नहीं दिख रहा है. एक ओर कांग्रेस इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रही है. प्रधानमंत्री और भाजपा के पुतले जला रही है. प्रदेश की दोनों कांग्रेस सांसद फूलो देवी और छाया वर्मा मीडिया के सामने रो- रोकर अपने साथ दुर्व्यवहार की बातें कर रही हैं. तो वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने उन महिला सांसदों के आरोपों पर पलटवार करते हुए इसे कोरी राजनीति करार दिया.
केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि संसद में जो भी घटना हुई है. उसे पूरे देश की जनता ने देखा है. केंद्र सरकार के द्वारा वहां पर कुछ भी छुपाने की कोशिश नहीं की गई है. कांग्रेस की महिला सांसद में सिर्फ नारा लगा रही थी और सरकार के कार्यों को रोकने का प्रयास कर रही थी.
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उन्होंने संसद में कभी भी अपनी बातें रखने का प्रयास नहीं किया. यह सिर्फ कांग्रेस की रणनीति थी कि केंद्र सरकार के कार्यों को बाधित किया जाए. इन महिला सांसदों के साथ ऐसी कोई घटना नहीं घटी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं का सम्मान करते हैं. अभी हाल ही में पूरे देश ने देखा कि उन्होंने अपने कैबिनेट में 11 महिलाओं को जगह दी है.
रेणुका सिंह ने महिला सांसद फूलों देवी और छाया वर्मा के मीडिया के सामने भावुक होने को एक नौटंकी करार देते हुए कहा कि जहां उन्हें जनहित की बात करनी चाहिए थी. वहां यह दोनों महिला सांसदों ने संसद की मर्यादा, परंपरा, गरिमा और संस्कृति को तार-तार किया है. वह बाहर आकर फूट-फूटकर ना रोए बल्कि जनता से यह कहे कि उन्होंने जनता का काम नहीं किया है.
रेणुका सिंह के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में और गर्माहट आने की संभावना व्यक्त की जा रही है. अब देखने वाली बात यह होगी कि इन महिला सांसदों की आपसी वाद विवाद क्या रूप लेता है.