सूरजपुर: लॉकडाउन के कारण गांवों में किसी भी जरूरतमंदों को भोजन से वंचित न होना पड़े, इसके लिए कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो-दो क्विंटल 'जीवन रक्षक' चावल रखा गया है. इस चावल का उपयोग गांव के गरीब, निराश्रित, घुमंतु लोगों के लिए रखा गया है, जिससे लोगों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की जा सके, लेकिन सूरजपुर ब्लॉक के कल्याणपुर में उसका उलट नजारा देखने को मिला.
सूरजपुर के कल्याणपुर गांव के लोगों ने सरपंच-सचिव पर अनदेखी करने का आरोप लगाया है. गांव के असल हालात कपड़ा सिलाई करने वाले ग्रामीण ने बताया कि 'लॉकडाउन की वजह से काम धंधा बंद हो गया है, जिसकी वजह से वह सरपंच-सचिव के पास चावल लेने गए थे, लेकिन उनको भला-बुरा कहकर 5 किलो चावल देकर भगा दिया गया.
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