सुरजपुर: जरही नगर पंचायत क्षेत्र में चार साल पहले 45 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के नाम से एक भवन बनाया गया था. एक साल पहले बीजेपी सरकार में मंत्री रहे रामसेवक पैकरा ने इसे पशु चिकित्सालय बताकर इसका लोकार्पण भी कर दिया. लेकिन इस भवन में न तो कोई पशु चिकित्सक पहुंचे और न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना.
भवन एक, दावेदार दो, जरूरत किसी को नहीं - पशु चिकित्सा विभाग
जरही नगर पंचायत क्षेत्र में चार साल पहले 45 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के नाम से एक भवन बनाया गया था. एक साल पहले बीजेपी सरकार में मंत्री रहे रामसेवक पैकरा ने इसे पशु चिकित्सालय बताकर इसका लोकार्पण भी कर दिया. लेकिन इस भवन में न तो कोई पशु चिकित्सक पहुंचे और न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना.
भवन की हालत देख कर प्रशासन की उदासीनता का अंदाजा लगाया जा सकता है. यहां आज तक न ही कोई चिकित्सक पहुंचे है न ही इस भवन में लगा ताला खोला गया है. पहले बताया गया था कि इस भवन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन बाद में पशु धन विकास विभाग ने कहा कि जिले में पशु अस्पताल की भारी कमी है. इसलिए इस भवन में पशु चिकित्सा केंद्र खोला जाएगा. इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग ने प्रशासन से भवन भी अपने लिए अलॉट करा लिया. अब पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यहां 79 चिकित्सकों के पदों पर केवल 37 चिकित्सक ही कार्यरत हैं. ऐसे में इस भवन के लिए कोई डॉक्टर न होने के कारण अभी यहां पशु चिकित्सालय शुरू नहीं किया गया है.
मामले में पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक का कहना है कि जरही नगर पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को विभाग की ओर अपने अधीन कर लिया गया है, जिस पर शासन स्तर पर प्रयास किया जा रहा है और यहां जल्द ही पशु चिकित्सक की नियुक्ति कर अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा.