सूरजपुरःजिले में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है. जिला अस्पताल में तो हालत सबसे खराब है. अस्पताल नए भवन में शिफ्ट हो चुका है लेकिन जिले के मरीज आज भी ब्लड बैंक की अच्छी सेवा से महरूम हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की कमी है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हालात सुधारने के लिए कोई भी पहल नहीं की जा रही है. आपात स्थिति में मरीजों को खून के लिए दूसरे जिले का रुख करना पड़ता है.
सूरजपुर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की कमी जिला अस्पताल की लचर व्यवस्था कई वर्षों से ऐसी ही है. लेकिन इसे सुधारने की कोशिश नहीं की गई. मरीजों को खून की कमी से लगातार दो चार होना पड़ता है. और मरीज आपात हालात में ब्लड के लिए निजी संस्थाओं के भरोसे रहने को मजबूर हैं
मरीजों की जान से खिलवाड़
जिला अस्पताल का ब्लड बैंक मरीजों के लिए सिर्फ शो पीस बनकर रह गया है. मरीजों को जब भी जरूरत पड़ती है इस ब्लड बैंक से उन्हें निराशा हाथ लगती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को इस ओर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. लेकिन इस मामले में ब्लड बैंक के अधिकारी अलग ही राग अलाप रहे हैं, वह ब्लड बैंक में खून की कमी का ठीकरा स्थानीय लोगों पर फोड़ रहे हैं. ब्लड बैंक के अधिकारी की माने तो स्थानीय लोग ब्लड डोनेट नहीं करते इस वजह से अस्पताल में खून की कमी है. जब ETV भारत ने इस मामले में जिला अस्पताल के सीएमओ से बात की की तो उन्होंने खून की कमी नहीं होने का दावा किया और सभी व्यवस्था को जल्द सुधारने की बात कही .