सूरजपुर: प्रदेश में ग्राम पंचायतों के विकास के लिए नवीन ग्राम पंचायतों का गठन किया गया और गठन के बाद जनप्रतिनिधि निर्वाचित हो गए. ऐसे में एक और ग्रामीणों को नवीन ग्राम पंचायत मिलने से खुशी तो हुई लेकिन वर्षों से ग्राम पंचायतों में बदस्तूर जनप्रतिनिधियों की मनमानी का खेल एक नए पंचायत में भी दिखाई देना शुरू हो गया.
बांध और तालाब के बीच बनाया पंचायत भवन बांध और तालाब के बीच पंचायत भवनबीते त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सूरजपुर जिले में कई नई ग्राम पंचायतों का गठन किया गया. ऐसे में भैयाथान ब्लॉक के दमड़ी ग्राम पंचायत से अलग होकर धोंस ग्राम पंचायत का गठन किया गया और पंच सरपंच गांव के विकास के वादों के साथ निर्वाचित भी हो गए और फिर शुरू हो गया मनमानी का खेल. दरअसल ग्राम पंचायत में लगभग 15 लाख की लागत से नवीन भवन निर्माण कराना था और भवन निर्माण गांव के लिए किया गया. जहां निर्माणाधीन पंचायत भवन के एक ओर बांध है तो दूसरी और तालाब. यहां तक कि पहुंच मार्ग भी नहीं है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत के मुख्य जगहों को छोड़कर किसी सुनसान वीराने में 15 लाख के नवीन भवन का निर्माण क्यों कराया जा रहा है.निरीक्षण कर जांच का आश्वासनइधर पूरा मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने जल्द ही निरीक्षण कर जांच करने की बात कही हैं.बता दें कि दमड़ी ग्राम पंचायत से अलग कर नवगठित धोंस पंचायत में लगभग एक हजार की आबादी है जिसे लगभग 700 मतदाता है. ऐसे में आने वाले समय में नवगठित पंचायत के विकास के आसार बने हुए हैं, लेकिन नए पंचायत की शुरुआत ही भ्रष्टाचार की नियुक्ति होगी तो गांव के भविष्य की कल्पना ही बेकार है. ऐसे में गांव से दूर बिना पहुंच मार्ग वाले स्थल पर नवीन पंचायत भवन का निर्माण और निर्माणाधीन भवन तैयार होने के बाद से ही अपनी गुणवत्ता को बयां कर रहा है.