सूरजपुर :जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन से लेकर अनलॉक तक प्रशासन की ओर से कई तरह के एहतियात बरते गए हैं. हालांकि जिले में प्रवासी मजदूरों के लौटने के सिलसिले के दौरान कोरोना के केस तेजी से बढ़े थे, जिनमें से कई लोग इलाज से ठीक हो गए. इसी बीच एक बार फिर कोरोना ने सूरजपुर जिला मुख्यालय में दस्तक दे दी है, लेकिन इस बार कोरोना के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है.
भैयाथान रोड स्थित सेंट्रल बैंक के पीछे बने मकान में रहने वाली 26 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई है. बता दें कि, कोरोना पॉजिटिव पाई गई युवती मेडिकल स्टूडेंट है, जो कुछ दिन पहले ही किर्गिस्तान से लौटी थी. किर्गिस्तान से लौटने के बाद युवती को स्वास्थ्य विभाग की ओर से आनंद रैंडम में पेड क्वॉरेंटाइन किया गया था, जिसके सैंपल को जांच के लिए एम्स भेजा गया था. सूरजपुर CMHO आर. एस. सिंह के मुताबिक युवती की पहली जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, जिसके 3 दिनों बाद युवती को 1 जुलाई से होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था. वहीं 9 दिन बाद यानी गुरुवार को युवती का जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आया है, जिसने स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही को सामने ला दिया था.
स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही
जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने युवती को घर पर होम क्वॉरेंटाइन करने के बाद लापरवाही करते हुए कोई भी दस्तावेज घर के बाहर नहीं चिपकाया गया था, जिसकी वजह से आम लोगों का घर में आना जाना लगा हुआ था. वहीं गुरुवार को युवती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके घर पहुंची, जहां युवती को एंबुलेंस में बैठाकर जिला कोविड-19 अस्पताल रवाना कर दिया गया. सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी लगते ही पूरे शहर वासियों में हड़कंप मच गया है. वहीं कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है.