सूरजपुर: जिले के महेशपुर गांव में एक युवक पिछले 20 वर्षों से रस्सियों में जकड़ा हुआ है. ये युवक कोई जुर्म की सजा नहीं काट रहा है, बल्कि यह मानसिक रूप से विक्षिप्त है. गरीबी की वजह से परिवार युवक का इलाज नहीं करा पा रहा है. और मानसिक रूप से बीमार युवक गांव में किसी को परेशान न करे, इसे देखते हुए मजबूर मां ने अपने ही बेटे को रस्सियों से बांध दिया है.
परिजनों का कहना है कि आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण बेटे का इलाज नहीं करा पा रहे हैं. उपेंद्र के माता-पिता, बेटे के इलाज के लिए जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकार से अभी तक कोई मदद नहीं मिल पाई है. परिवार का कहना है कि बेटे के इलाज के लिए शासन से लगातार मदद की गुहार लगाई गई. लेकिन उनकी पीड़ा को किसी ने नहीं समझा.
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कई राजनेताओं से लगाई गुहार, लेकिन नहीं मिली मदद
उपेंद्र की मां बताती है कि 'छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा भी युवक की दुर्दशा देखकर गए हैं, उन्होंने सहायता करने का आश्वासन दिया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं हो सका. मदद के लिए युवक को तहसीलदार राम सेवक पैकरा के पास ले गए थे, लेकिन वहां से मदद नहीं मिली, बल्कि मायूसी हाथ लगी. अब सिर्फ झाड़फूक के सहारे ही चल रहे हैं.