सूरजपुर:प्रदेश के कई जिलों में बीते एक हफ्ते से लगातार रूक रूककर बारिश हो रही है. सूरजपुर के ओड़गी ब्लॉक में नदी नाले उफान पर हैं. बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. प्रसिद्ध देवी धाम कुदरगढ़ मंदिर में बुधवार की सुबह बारिश के बाद की स्थिति बेहद भयावह थी.
कुदरगढ़ धाम का मुख्य द्वार हुआ क्षतिग्रस्त पहाड़ का एक हिस्सा बहने से बड़े-बड़े पत्थर, मिट्टी और मुरम नीचे प्रवेश द्वार तक आ गए है. लिहाजा, आवागमन बाधित हो गया है. सूरजपुर जिले के ओड़गी में समुद्र तल से 2,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित मां बागेश्वरी देवी धाम तक पहुंचने के लिए 1,045 सीढ़ियां बनाई गई हैं. मुख्य प्रवेश द्वार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है.
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निर्माणाधीन उद्यान की एक दीवार भी धराशायी हो गई है. जगह -जगह रैलिंग और दूसरे निर्माण कार्यों को नुकसान पहुंचा है. पानी के तेज बहाव से मंदिर का बाउंड्रीवॉल टूट गया है.सोमवार सुबह से ही हल्की बारिश हो रही थी. आठ से नौ बजे के बीच भारी बारिश के बाद जब लोग मौके पर पहुंचे तो चारों ओर तबाही का मंजर था. वहीं मंदिर ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि जल्द से जल्द परिसर में साफ-सफाई कराई जाएगी. मेन गेट के क्षतिग्रस्त होने के बाद अब पट को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जाएगा. इसकी वजह से अब दर्शनार्थियों को भी परेशानियों का सामना करना होगा.
धाम कुदरगढ़ पहुंच मार्ग बाधित
जानकारी के मुताबिक देवी धाम कुदरगढ़ पहुंच मार्ग भी पूर्ण रूप से बाधित था. सुबह दस बजे बारिश थम गई थी, लेकिन कुदरगढ़ जाने वाले मार्ग पर गोखनई नाला पुल पर बाढ़ का पानी पहुंचने से जिला मुख्यालय से अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच सके. पुल के लगभग 5 फीट ऊपर पानी चल रहा है, जिससे मां कुदरगढ़ी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं सहित आम लोगों का भी आवागमन बंद है. लोगों को लगभग 10 किलोमीटर घूमकर रामपुर चबदा होते हुए आना-जाना करना पड़ रहा है.