सूरजपुर: कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है और बाजार में दुकानें बंद हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण इलाके के लोग परेशान हैं और वे बुनियादी जरूरतों के अभाव में जीने के लिए मजबूर हैं. प्रतापपुर इलाके में किसान रबी की खेती नहीं करते हैं, बल्कि वे जंगलों में महुआ बीनने का काम करते हैं और उससे होने वाले आमदनी से अपना जीवन यापन करते हैं.
लॉकडाउन की वजह से बाजार में सभी दुकानें बंद हैं, जिससे ग्रामीणों के सामने महुआ बेचने जैसी समस्या खड़ी हो गई है. बता दें छत्तीसगढ़ से महुआ दूसरे राज्यों में भी जाता है, लेकिन इस बार किसान महुआ नहीं बेच पा रहा हैं, जिससे उनमें निराशा दिखाई देने लगा है.