सूरजपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है. प्रदेश के अलग-अलग कस्बों से रोजाना सैकड़ों की तादाद में कोरोना मरीजों की पहचान की जा रही है. छत्तीसगढ़ में कोरोना के बेलगाम संक्रमण से लोग सहमे हुए हैं, जबकि सरकार से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक कोरोना संक्रमण पर ब्रेक लगाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
सूरजपुर में लॉकडाउन की तैयारी सूरजपुर में भी कोरोना संक्रमण बढ़ते क्रम में है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में लॉकडाउन लगाने की कवायद में है. इसके लिए शनिवार को शहर के व्यापारियों समेत अधिकारी कर्मचारियों की कलेक्टर ने बैठक ली. जहां कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर ब्रेक लगाने के लिए सुझाव मांगे गए.
सूरजपुर में लॉकडाउन की तैयारी व्यापारियों से मांगा सुझाव
सूरजपुर कलेक्टर ने सभी व्यापारियों के साथ बैठक कर उनसे सुझाव मांगे, जिसमें व्यापारी ने जिला प्रशासन के हर फैसले पर अपनी रजामंदी देने की बात कही. गौरतलब है कि प्रशासन ने दो दिन पहले ही जिले के सभी होटल, सैलून, ब्यूटी पार्लर समेत कई दुकानों को बंद करने का आदेश निकाला था. तब से यह कयास लगाए जा रहे थे कि जिले में कभी भी संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है.
कलेक्टर ने व्यापारियों के साथ की बैठक सूरजपुर में कोरोना के 11 एक्टिव केस
बता दें कि जिले में अब तक 42 कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें एक्टिव केस की संख्या 11 है. सूरजपुर कोविड-19 अस्पताल में कुल बेड की संख्या 100 है. इसमें 10 वेंटिलेटर भी शामिल हैं. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी जिले के कोविड-19 अस्पताल में 11 मरीजों के साथ अंबिकापुर 21 मरीजों को मिलाकर कुल 32 मरीज सूरजपुर के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती हैं.
जिले से लगे सभी बॉर्डर कर दिए गए सील
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अभी सिर्फ 68 बेड अतिरिक्त बचे हैं. वहीं बात करें जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की तो 3 दिनों में जिले में टोटल 11 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिले में लॉकडाउन के बढ़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन के साथ-साथ पुलिस की टीम भी सक्रिय दिखाई दे रही है. जिला पुलिस ने बताया कि जिले से लगे सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया है. साथ ही जिले के सभी गतिविधियों पर पुलिस नजर रखी हुई है.
सूरजपुर में मात्र 100 बेड का कोविड-19 अस्पताल
बहरहाल, जिस तरह देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है. कहीं न कहीं अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं है. वहीं जिला प्रशासन लॉकडाउन का फैसला लेकर एक उचित कदम उठाने जा रहा है, क्योंकि सूरजपुर जिले में मात्र 100 बेड का कोविड-19 अस्पताल है, जिसमें 25 परसेंट मरीजों की भर्ती हो चुकी है. वहीं मात्र 75 फीसदी ही बेड खाली होने के कारण अब जिला प्रशासन सहित स्वास्थ विभाग भी लॉकडाउन का समर्थन कर रहा है.