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जनजाति सुरक्षा मंच की मांग, 'धर्मांतरण किए गए आदिवासियों को नहीं मिलना चाहिए योजनाओं का लाभ'

सूरजपुर जिले में जनजाति सुरक्षा मंच और आदिवासी समाज के लोगों ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. मंच ने धर्मांतरण के बाद आदिवासियों को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किए जाने की मांग है.

janjatiya Suraksha Manch submitted memorandum to the Collector in surajpur
जनजाति सुरक्षा मंच की मांग

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Published : Oct 30, 2020, 11:48 AM IST

Updated : Oct 30, 2020, 2:14 PM IST

सूरजपुर:जिले में जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तलेआदिवासी समाज ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा. जनजाति सुरक्षा मंच के पदाधिकारी का कहना है कि जनजाति समुदाय के वे लोग जो धर्मांतरण कर दूसरे धर्म में चले गए हैं, उन्हें जनजाति वर्ग के तहत मिलने वाली सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किया जाए, ताकि जो सचमुच जनजाति वर्ग में आते हैं, उनके अधिकारों का हनन ना हो सके.

जनजाति सुरक्षा मंच की मांग

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जनजाति सुरक्षा मंच का कहना है कि ST वर्ग के जो लोग धर्मांतरण कर दूसरे समुदाय में चले गए हैं, उन्हें भी जनजाति वर्ग के पूरे लाभ शासन से मिल रहे हैं, जो नहीं मिलना चाहिए. जनजाति सुरक्षा मंच लगातार क्षेत्र के सामाजिक विषयों को लेकर आंदोलन कर रहा है. सुरक्षा मंच के पदाधिकारी ने बताया कि मिशनरियों की फैलाई जा रही विकृतियों को भी समाप्त करने की जरूरत है.

लाभ से वंचित किए जाने की मांग

क्षेत्र में चल रहे धर्मांतरण, तस्करी आदि ज्वलनशील मुद्दों पर समाज को जागृत करने का काम जनजाति सुरक्षा मंच कर रहा है. मंच के सदस्यों ने कहा कि इन सभी मुद्दों पर निरंतर कार्य किया जाता रहेगा. बाहरी तत्वों के द्वारा क्षेत्र में सनातन संस्कृति और परंपराओं को नष्ट करने का जो काम किया जा रहा है, उसका कई लोग सहयोग कर रहे हैं. राजनेता इन विषयों को लेकर चिंतित नहीं हैं, जिसका जनजाति वर्ग विरोध करता है.

Last Updated : Oct 30, 2020, 2:14 PM IST

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