सूरजपुर:लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान घोषित लॉकडाउन में भी नगर समेत कोयलांचल के गावों में महुआ शराब बनाने और बेचने का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है. अपराधी प्रवित्ति के युवकों द्वारा भी आदतन अपराधियों को महंगे दाम में अवैध अंग्रेजी शराब भी उपलब्ध कराई जा रही है. आबकारी और पुलिस विभाग की नाक के नीचे शराब की अवैध बिक्री धड़ल्ले से जारी है. जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और भी बढ़ गया है.
लॉकडाउन में भी बिक रही देसी शराब
नगर के शिवनन्दनपुर बस्ती समेत मेन मार्केट के अलावा अवराडुगू बस्ती, चोपड़ा कालोनी, माइनस कालोनी, आरटीआई कालोनी, पउआ पारा और झोपड़ पट्टी में करीब दो दर्जन जगहों पर अवैध महुआ शराब बनाकर धड़ल्ले से बिक्री कर लॉकडाउन के दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है. सतपता गांव सहित लकड़ा पारा केशवनगर, कुरुवां व आसपास के ग्रामों में महुआ शराब के अवैध अड्डे धड़ल्ले से संचालित होने से कम उम्र के ग्रामीण बच्चे भी तेजी से शराब की लत के शिकार हो रहे हैं. शराब के अवैध कारोबार में तथाकथित पुलिस एवं आबकारी विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता से लॉकडाउन में भी अवैध शराब बनाने एवं बेचने का सिलसिला बदस्तूर जारी है.
आदिवासियों ने छूट को बनाया व्यवसाय
आदिवासी वर्ग की बाहुल्यता के कारण वैसे तो सरकार ने आदिवासियों को स्वयं के सेवन के लिए पांच लीटर महुआ शराब अपने घरों में बनाने की छूट दे रखी है, लेकिन आदिवासियों के बड़े तबके ने इस छूट की आड़ में अवैध शराब बनाने और उसे बेचने के कारोबार को अपने परिवार के जीविकोपार्जन का जरिया बना रखा है. आदिवासियों के अलावा गैर आदिवासियों ने भी अवैध महुआ शराब के गोरखधंधे को अपना प्रमुख व्यवसाय बना लिया है.
सूरजपुर में लॉकडाउन को लेकर प्रशासन सख्त
अंग्रेजी शराब भी धड़ल्ले से बिक रही