ठंड और कोहरे के कारण किसानों की फसल बर्बाद - किसानों की फसल बर्बाद
सूरजपुर में तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. बढ़ती ठंड और तापमान में भारी गिरावट के कारण मटर और गेहूं की फसलों को छोड़ बाकी सभी फसलों को नुकसान हो रहा है.
सूरजपुर में ठंड
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Published : Dec 23, 2020, 12:13 PM IST
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Updated : Dec 23, 2020, 1:11 PM IST
सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिले में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण लोग परेशान हैं. धुंध और कोहरे के कारण विजिबिलिटी न के बराबर हो गई है. लगातार बढ़ रही ठंड के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. तापमान में भारी गिरावट के कारण मटर और गेहूं की फसलों को छोड़ बाकी सभी फसलों को नुकसान हो रहा है.
ठंड और कोहरे के कारण किसानों की फसल बर्बाद
हर साल ठंड के मौसम में जिला प्रशासन अलाव की व्यवस्था करता था, लेकिन इस साल नगर पालिका ने किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की है. बारिश के बाद बढ़ी हुई ठंड के चलते लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं. जिन्हें जरूरी काम है, बस वही घरों से बाहर निकल रहे हैं. मौसम में अचानक हुए इस बदलाव से लोगों को स्वेटर, जैकेट के साथ रेनकोट और छाता भी लेना पड़ रहा है. शहर के लोगों का कहना है कि जिले में इस बार ठंड ने देरी से दस्तक दी है, जिसके कारण प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की है. किसान भी अपनी फसलों को लेकर परेशान हैं.
ठंड में देरी के कारण किसानों ने खेतों को साग-सब्जियों की फसल लगा दी थी, जिसे नुकसान हो रहा है. दरअसल हर साल सूरजपुर में अक्टूबर, नवंबर महीने में ही कड़ाके की ठंड पड़ने लगती थी, लेकिन इस साल ठंड ने देरी से दस्तक दी है. प्रदेश में पिछले 1 हफ्ते से तापमान गिरा है. आने वाले समय में न्यूनतम तापमान में और भी गिरावट होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. मौसम विभाग का कहना है कि उत्तरी भाग में शीतलहर जैसी स्थिति है. आने वाले हफ्तों में ठंड और बढ़ेगी.
ठंड से सबका बुरा हाल है. ठंड फुटपाथ पर सो रहे लोगों पर मुसीबत बनकर टूट रही है. रहने के लिए आसरा नहीं होने की वजह से शहर के कई विक्षिप्त लोग सड़क के किनारे सोने को मजबूर हैं.