सूरजपुर: प्रतापपुर-अंबिकापुर मार्ग का केरता रपटा पुल की हालत जर्जर हो चुकी है. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता इन दिनों क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की मुसीबत बनते जा रहा है. तीन साल पहले बारिश में चार करोड़ की लागत का पुल बह गया था. जिसके बाद आवागमन के अभाव में प्रतापपुर ब्लॉक के सैकड़ों गांव प्रभावित हो गए थे.
ऐसे में प्रशासन ने रपटा पुल का निर्माण कराया था. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण मरम्मत न होने से रपटा पुल में दरारें आ गई थीं. साथ ही साईड रेलिंग ना होने से आए दिन दुर्घटना और जाम की स्थिति बने रहती है. जहां कभी भी रपटा पुल क्षतिग्रस्त हो सकता है. वहीं रपटा पुल का मार्ग भी खतरे से भरा हुआ है.