सूरजपुर: जिद करके दुनिया बदली जा सकती है...ये कहना है बिश्रामपुर की समीक्षा सारंगी का... समीक्षा ने सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है. उन्होंने ETV भारत से खास बातचीत में बताया कि वे भविष्य में IAS अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं.
समीक्षा सारंगी से खास बातचीत सोमवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं. एसईसीएल बिश्रामपुर के डीएवी पब्लिक स्कूल की छात्रा समीक्षा सारंगी ने 98.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं, उन्होंने 12वीं में 500 में से 492 अंक हासिल करके पूरे प्रदेश में सूरजपुर जिले का नाम रोशन किया है.
IAS बनना चाहती है समीक्षा
समीक्षा का मानना है कि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है. आगर हम एक दिन पढ़कर अच्छे नंबर लाने या टॉप करने की उम्मीद करते हैं, तो ये मुमकिन नहीं है. समीक्षा कहती हैं कि, भले ही पढ़ाई कम करें पर हर रोज करें. एग्जाम के एक दिन पहले करने वाली पढ़ाई हमारे किसी काम की नहीं होती है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और टीचर को दिया है. वे बताती है कि उन्हें भविष्य में IAS अफसर बनना है.
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माता-पिता ने जाहिर की खुशी
समीक्षा की इस सफलता के बाद स्कूल से लेकर आस-पड़ोस और परिचित रिश्तेदार लगातार उन्हें बधाई दे रहे हैं. माता-पिता भी बेटी की सफलता से बेहद खुश हैं. समीक्षा के माता-पिता दोनों स्कूल टीचर हैं और अपनी लाडली की इस सफलता से बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
क्या कहती है समीक्षा की मां
समीक्षा की मां का कहना है कि, समीक्षा बचपन से होनहार रही है. हमेशा से उसे पढ़ने-लिखने का शौक रहा है. पढ़ाई हमेशा से उसकी की पहली प्रायोरिटी रही है. उसे कभी भी पढ़ाई के लिए बोलना नहीं पड़ता था. वे बताती है कि, समीक्षा पढ़ाई के साथ-साथ एक अच्छी कुक भी है और कई बार मूझे किचन में मदद करती है.
ऑलराउंडर स्टूडेंट है समीक्षा
समीक्षा के पिता बताते हैं कि, उनकी बेटी बचपन से ही हार्डवर्कर है. पढ़ाई को लेकर वो हमेशा डेडिकेटेड रही है. छोटी सी असफलता समीक्षा को परेशान कर देती थी. वे बताते हैं कि समीक्षा हमेशा से ऑलराउंडर रही है. बढ़ाई के साथ-साथ वो स्कूल के कॉम्पिटीशन में भी हिस्सा लेती थी और उसमें भी सफल होती थी.
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छोटे शहर से होने के बाद भी इतनी बड़ी सफलता हासिल कर समीक्षा ने ये साबित कर दिया है कि अगर पूरी लगन और मेहनत से पढ़ाई की जाए, तो मंजिल जरूर मिलती है. सपने बड़े हों और मेहनत पर भरोसा हो तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होती.