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Elephant killed young man प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में हाथी ने ली युवक की जान - सूरजपुर में हाथी का हमला

सूरजपुर के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में एक जंगली हाथी ने युवक की जान ले ली है.आधी रात को जंगली हाथी गांव की सीमा में प्रवेश कर गया था.जिसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं थी. शादी से लौटते वक्त युवाओं की टोली को देखकर हाथी ने हमला किया.जिसमें एक युवक की मौत हो गई.Elephant attack in Surajpur

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हाथी ने ली युवक की जान

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Published : Feb 28, 2023, 12:53 PM IST

सूरजपुर : प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में एक बार फिर से हाथियों का आतंक शुरु हो गया है. प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के केरता के पास में एक व्यक्ति का सामना हाथी से हो गया. जिसके बाद हाथी ने हमला करके उसकी जान ले ली. घटना रात 12 बजे की है.जहां एक शादी समारोह से लौटते वक्त जंगली हाथी ने व्यक्ति पर हमला कर दिया.

किसकी हुई मौत : सोमवाररात करीब 12 बजे केरता निवासी जीतन बेक दोस्तों के साथ शादी में गया हुआ था.शादी से लौटते वक्त जीतन बेक का सामना एक नर दंतैल हाथी से हो गया. हाथी को देखते ही जीतन बेक के दो दोस्त वहां से किसी तरह भाग निकले.लेकिन जीतन हाथी को देखने के बाद भाग ना सका.जिसके बाद हाथी ने जीतन को सूंड से फंसाकर जमीन पर पटका और कुचल दिया. जिससे जीतन की मौके पर ही मौत हो गई.

वन विभाग ने मौके पर जाकर संभाला मोर्चा :घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस प्रशासन की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और शव बरामद कर पंचनामा की कार्यवाई की. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. वहीं पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तत्कालीन सहायता राशि के रूप में 25000 रुपए दे दिए हैं. आपको बता दें कि एक बार फिर से हाथियों का दल प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के केरता,सोनगरा,बंशीपुर, बगड़ा धरमपुर, गौरा,सिलफिली, सरहरी,करजंवार एरिया में सक्रिय हो गया है.

ये भी पढ़ें-हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत

वन विभाग का सजग सायरन प्रयोग फेल :जिले के हाथी प्रभावित क्षेत्र प्रतापपुर में वन विभाग ने गांवों में सजग सायरन लगाया है. जिसमें यह बताया गया था कि इस सायरन के जरिए ग्रामीणों को क्षेत्र में हाथियों के होने की सूचना मिलेगी. जो एक एप्लिकेशन के जरिए बीट के कर्मचारी के मोबाईल से कनेक्ट रहेगी.लेकिन शुरुआती समय में लगने के बाद कुछ दिनों तक इसका उपयोग होता दिखा. लेकिन जब से इस सायरन का रिचार्ज खत्म हुआ किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. जिसके कारण हाथी के आने के बाद और जानकारी के बावजूद सायरन आवाज नहीं करता.जिससे ग्रामीणों को अब ये पता नहीं होता कि उनके गांव के करीब कोई हाथी है. लिहाजा ऐसी घटनाएं हो जाती हैं.

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