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लॉकडाउन से सूरजपुर में ऑटो चालकों की बढ़ी परेशानी, नहीं चुका पा रहे किस्त - auto rickshaw drivers

कोरोना के चलते छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन का असर सबसे ज्यादा गरीब तबके के लोगों और दैनिक काम और मजदूरी करने वाले लोगों पर पड़ा है. वहीं सूरजपुर के ऑटो चालक भी इसकी वजह से परेशान हैं. एक तरफ जहां लॉकडाउन में ऑटो के पहिये थम गए हैं. वहीं फाइनेंस कंपनियां किस्त के लिए परेशान कर रही हैं.

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लॉकडाउन से सूरजपुर में ऑटो चालकों की बढ़ी परेशानी

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Published : May 5, 2021, 9:57 PM IST

सूरजपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर में हालत बदतर हो गई है. ऐसे में सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन की वजह से ऑटो चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लगे लॉकडाउन (lockdown) में ऑटो रिक्शा चालकों (auto rickshaw drivers) पर भी आफत आ गई है. रोज कमाने-खाने वाले आटो चालकों के लिए आर्थिक संकट को बढ़ा दिया है. जिनका दर्द सुनने वाला जिले में कोई नहीं है.

लॉकडाउन से सूरजपुर में ऑटो चालकों की बढ़ी परेशानी

जिले में 13 अप्रैल से लॉकडाउन जारी

सूरजपुर जिले में 13 अप्रैल से लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन के चलते इन ऑटो रिक्शा चालकों के वाहनों के पहिये थम गए हैं. बीते एक साल से कोरोना के कहर के कारण जहां लंबा अरसा लॉकडाउन और बसों के संचालन की पाबंदी पर सवारियों के अभाव में गुजार दिए. वहीं एक बार फिर लॉकडाउन ने इनकी आर्थिक कमर को ही तोड़ डाला है. जिसे इनकी छलकती आंखों के दर्द बयां कर रहे हैं.

घर चलाना हुआ मुश्किल

सूरजपुर जैसे छोटे से जिले मे भी कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में रोजाना कोरोना सक्रमित मरीजों मे इजाफा हो रहा है. जिसे लेकर 13 अप्रेल से जिले को कंटेनमेंट जोन बनाकर लॉकडाउन कर दिया गया है. अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाए बंद हैं. ऐसे मे शहर के दो दर्जन ऑटो चालकों के रिक्शों के पहिए भी थम चुके हैं. रोज कमाने-खाने वाले इन ऑटो चालकों के सामने पिछले एक साल से आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है.

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फाइनेंस वाले कर रहे परेशान

जहां किसी ऑटो चालक के मकान की स्थिति दयनीय है. तो वहीं किसी के पास इलाज के पैसो का अभाव है. तो कई के ऑटो रिक्शा फायनेंस में हैं. फायनेंस कंपनियां लॉकडाउन जैसे हालात मे भी इन आटो चालकों को परेशान कर रहे हैं. जिससे ऑटो चालको के सामने मानसिक से लेकर आर्थिक संकट कोरोना काल ने दे दिया है.

सरकार से मदद की गुहार

एक ओर कोरोना के जंग मे शासन से लेकर हर कोई कदम से कदम मिलाकर खड़ा है. वहीं आर्थिक संकट से जूझते ऑटो चालक शासन से मदद की आस लिए बैठे हुए हैं. हाल ही में दिल्ली सरकार ने भी ऑटो चालकों, टैक्सी वालों को 5 हजार रुपए वित्तीय सहायता देना का ऐलान किया है. ऐसे में जिले के ऑटो चालक भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि शासन उन्हें राहत देगी.

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