सूरजपुर: जिस मासूम की किलकारी घर आंगन में गूंज करती थी और जिसकी शरारतों से घर में रौनक हुआ करती थी, एक विषधर के काटने से मंगलवार को उसकी सांसे थम गईं. परिवार को यकीन ही नहीं हो पा रहा था कि कल तक हुड़दंग मचाने वाला उनका लाल एकदम से शांत कैसे हो गया. डाॅक्टर को दिखाया, वैद्य की तलाश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. बच्चे को जिंदा करने की आस में परिवार को लोगों ने सांप को बंधक भी बना लिया और वैद्य की तलाश करते रहे. थक हारकर डाॅक्टर की बात माननी पड़ी और परिवार के लोगों ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराया.
सांप को बंधक बनाने के बाद वैद्य को खोजते रहे परिजन: जोधपुर के भगवा मुड़ा गांव में सोमवार की रात तीन साल के मासूम आशीष को सांप ने काट लिया. मंगलवार की सुबह उसकी बिगड़ी हालत देख परिवार के लोग जिला अस्पताल में ले गए, डाॅक्टरों में उसे मृत घोषित कर दिया. पिता बच्चे के जिंदा होने की आस में वैद्य की तलाश करने लगा और घर में से खोजकर जहरीले सांप को बंधक बना लिया. पिता लाल बहादुर का मानना था कि सांप के काटने से मौत के कुछ घंटे बाद भी किसी इंसान के जिंदा होने की संभावना रहती है. ऐसे में पिता लाल बहादुर जिला मुख्यालय से लेकर आसपास के इलाकों में वैद्य की खोजबीन करता रहा. आखिर में थक हारकर डॉक्टरों के समझाने और बच्चे की मौत की पुष्टि के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया.