सुकमा: अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में तैनात सीआरपीएफ 74वाहिनी को बड़ी सफलता मिली है. जवानों ने पीएलजीए की टीम की सदस्य तात्ती भीमे को गिरफ्तार किया है. 74वीं वाहिनी के संयुक्त ऑपरेशन में बस्तरिया बटालियन की महिला प्लाटून ने भी अहम योगदान दिया.
'बीमार' खूंखार महिला नक्सली गिरफ्तार, जवानों ने कराया इलाज
सुकमा जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में तैनात सीआरपीएफ की टीम ने पीएलजीए की टीम की सदस्य तात्ती भीमे को गिरफ्तार किया है. सीआरपीएफ की इस ऑपरेशन में बस्तरिया बटालियन की महिला प्लाटून ने भी अहम योगदान दिया.
सीआरपीएफ के गिरफ्त में महिला नक्सली
पिडमेल और गचनपल्ली में हुए घटना में थी शामिल
गिरफ्तार की गई महिला नक्सली 2012 से नक्सली संगठन से जुड़ कर कई बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुकी है. जिसमें पिडमेल और गचनपल्ली घटना शामिल है. पीड़मेल में 7 एसटीएफ के जवान शहीद हुए थे. वहीं गचनपल्ली में एक कोबरा जवान शहीद हुआ था.
- तात्ती भीमे नक्सली कमाण्डर पाड़ा अप्पू की टीम में सक्रिय थी.
- महिला नक्सली कुछ दिनों से बीमार चल रही थी, जिसे खुद नक्सली कमांडर ने इलाज के लिए घर छोड़ा था.
- इसके बाद 74वाहिनी के कमांडेंट प्रवीण कुमार को इसकी भनक लगी, तत्काल बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी संदीप कुमार नीरज के नेतृत्व में घेरा बंदी कर गोड़ेलगूडा से गिरफ्तार किया.
- गिरफ्तारी के बाद सीआरपीएफ 74 वाहिनी ने मानवता दिखाते हुए पहले महिला नक्सली का उपचार किया, जिसमें बस्तर बटालियन की महिला प्लाटून का पूरा योगदान रहा.
Last Updated : Aug 1, 2019, 1:27 PM IST