सुकमा: जिले में भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं. इन हालातों में जनजीवन भी अस्त-वयस्त हो गया है. कई पुलों के उपर से पानी बह रहा है. यहां शबरी नदी के साथ ही अंदरूनी इलाकों में बहने वाले नदी नाले उफान पर आ गए हैं. जगदलपुर से कोंटा के बीच नेशनल हाईवे पर कई जगह जल भराव के कारण मार्ग बंद हो गया है. यहां की सड़कों पर चार से सात फीट पानी भी जमा है. ऐसे में दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी है. बाढ़ में फंसे लोगों को प्रशासन की मदद से मोटर बोट के जरिये नदी पार कराया जा रहा है. इस काम में CRPF(केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) , जिला बल और नगर सेना की टीमें सेवा दे रहीं हैं.
सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों ने दिखाई मानवता सुरक्षा बलों ने संभाला मोर्चा
बारिश के बाद से खराब हुए हालातों में सुरक्षा बलों और पुलिस जवानों का मानवीय पक्ष सामने आया है. शुक्रवार को बाढ़ में फंसी एक गर्भवती महिला को सीआरपीएफ 228वीं वाहिनी और नगर सेना के जवानों ने नदी पार कराया. जिसके बाद महिला को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया जा सका है. बता दें महिला को प्रसव पीड़ा हुई थी. इसके अलावा केरलापाल पुलिस ने नवजात शिशु के शव के साथ बाढ़ में फंसे दंपति को भी मदद पहुंचाई है. इसके अलावा कई दिनों से फंसे ट्रक ड्राइवरों को भी राहत पहुंचाई जा रही है.
पढ़ें: जड़ी-बूटियों से बने 'आयुर्वेदिक गणपति', कोरोना काल में दे रहे काढ़ा पीने का संदेश
जानकारी के अनुसार जिले के मोरपल्ली की रहने वाली महिला नुप्पो पोजे ने बच्चे को जन्म दिया था. जन्म के कुछ घंटे में ही नवजात की मौत हो गई. शव के साथ पोजे और उसके पति घर लौट रहे थे. इस दौरान केरलापाल के पास नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सड़क पर जल भराव हो गया. बाढ़ में फंसी महिला की परेशानियां बढ़ने लगी. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को मिली. मदद के लिए मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल परिजनोंं की रजामंदी से बच्चे का अंतिम संस्कार किया