सुकमा : नक्सलवाद को लेकर यह बैठक CRPF डीआईजी के कार्यालय में आयोजित की गई थी. करीब 3 घंटे तक चली इस बैठक में नक्सलवाद से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने की बात निकलकर सामने आ रही है. अंदाजा यह लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में बस्तर में पुलिस नक्सलवाद को लेकर एक बड़ा अभियान शुरू कर सकती है. इस बैठक में एडीजी सीआरपीएफ नितिन अग्रवाल, एडीजी छत्तीसगढ़ विवेकानंद सिन्हा, आईजी छत्तीसगढ़ सेक्टर साकेत कुमार सिंह, बस्तर आईजी सुंदरराज पी, सुकमा एसपी सुनील कुमार और बीजापुर एसपी आंजनेय वाष्णेय भी मौजूद थे.Officers meeting to eliminate Naxalism on bastar
इस बैठक से मीडिया को दूर रखा गया था. क्योंकि नक्सलवाद को लेकर आयोजित इस बैठक को पूरी तरह गोपनीय रखा गया. लेकिन पुलिस के बड़े अधिकारियों की बैठक नक्सल क्षेत्र सुकमा में होने से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि पुलिस नक्सलवाद के खिलाफ कमर कस चुकी है. आने वाले दिनों में नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. ताकि बस्तर से नक्सलवाद को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके.
Police Meeting In Sukma : नक्सलवाद को खत्म करने के लिए अफसरों की मीटिंग
Police Meeting In Sukma नक्सलवाद को खत्म करने के लिए छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई. आपको बता दें कि नक्सलवाद को मुंहतोड़ जवाब देने के साथ ही नक्सलियों से निपटने के लिए पुलिस कई तरह की रणनीति तैयार करती है. इसी कड़ी में बैठक के लिए प्रदेश के डीजीपी अशोक जुनेजा और सीआरपीएफ डीजी दक्षिण बस्तर के सुकमा पहुंचे. वहीं आईबी के जेडी समीर इल्मे भी इस बैठक में शामिल होने पहुंचे.
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बैकफुट पर हैं नक्सली : बीते कुछ सालों से बस्तर में पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण नक्सली लगातार बैकफुट पर हैं, हालांकि नक्सली बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए छुटपुट घटनाओं को अंजाम देते आए हैं. लेकिन बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार सुरक्षा बल के कैंप खुलने से नक्सलियों में भय का माहौल देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि पुलिस लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बैठक करके बैकफुट पर रहे नक्सलियों को जड़ से उखाड़ फेंकने की तैयारी कर रही है.