सुकमा : प्रदेश के वाणिज्यिक कर (आबकारी) और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने सोमवार को जिले के दूरस्थ और बेहद संवेदनशील गांव भेज्जी में मिडिल स्कूल और बालक छात्रावास की शुरुआत की है. इसके साथ ही दूसरे गांवों में भी स्कूलों की शुरुआत की.
अब अपने ही गांव में पढ़ेंगे बच्चे, सलवा जुडूम के दौरान स्कूलों को दूसरे गांवों में किया गया था शिफ्ट.
55 से ज्यादा बच्चे अब पढ़ेंगे अपने ही गांव में
भेज्जी में 13 साल बाद स्कूल की शुरुआत हुई है इसलिए क्षेत्र के बच्चे काफी उत्साहित और खुश नजर आए. सलवा जुडूम के दौरान इस इलाके के कई स्कूलों को सड़कों के पास वाले गांवों में लाया गया था. अब ये स्कूल अपने मूल गांव में फिर से शिफ्ट कर दिए गए हैं, जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों को काफी सहूलियत होगी. खुशी की बात ये है कि भेज्जी के स्कूल में 55 से ज्यादा बच्चे अब अपने ही गांव में पढ़ेंगे.
बच्चों की परेशानियों को मैंने समझा : उद्योग मंत्री
लखमा ने कहा कि 13 साल पहले सलवा जुडूम के दौरान भेज्जी और दूसरे कई गांवों में संचालित हो रहे स्कूलों को कोंटा और दूसरे जगहों में शिफ्ट कर दिया गया था. गांव से दूर स्कूल जाने की परेशानी को उन्होंने समझा और मूल गांव में स्कूल शिफ्ट कर उनकी शुरुआत कर दी. बोधराजपदर, ताड़गुड़ा, वीराभट्टी, चिन्तागुफा, भण्डारपदर, एलारमड़गू और जिन्नातोंग गांवों में प्राथमिक स्कूल की शुरुआत की गई.
भेज्जी को मिला विकास का तोहफा
उद्योग मंत्री ने कहा कि यहां अब हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल भी खोला जाएगा. इसके साथ ही भेज्जी में अस्पताल खोला गया है. यहां के लोगों के आवागमन के लिए बस की भी सुविधा दी जा रही है. गांवों तक पक्की सड़क और पुल बनाए जा रहे हैं. वहीं गांव में अब बाजार भी लगेगा.
जिला प्रशासन की सराहना
उद्योग मंत्री ने कहा कि इन सभी कार्यों में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने काफी मेहनत की है और उन्होंने उनके कार्यों की सराहना की. इस अवसर पर कलेक्टर चन्दन कुमार, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष बोड्डू राजा आदि मौजूद रहे.