सुकमा: जिला मुख्यालय की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में ग्राहकों के साथ लोन की राशि में की गई धोखाधड़ी के मामले में सुकमा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 41 लाख 76 हजार की राशि आरोपी के बताए अलग-अलग ठिकानों से रिकवर किया है. इस मामले में पुलिस के साथ एसबीआई ने भी मामले की जांच की है. बैंक को 115 शिकायत पत्र प्राप्त हुए थे, जिनमें 107 शिकायत सही पाए गए हैं. करीब 3 करोड़ 36 लाख रुपए स्टेट बैंक ग्राहकों को लौटाने जा रहा है. पांच-पांच लोगों को यह राशि बैंक अधिकारियों द्वारा दी जाएगी.
फील्ड अफसर ने की थी 3 करोड़ की धोखाधड़ी यह है मामला
पिछले साल अगस्त महीने में बैंक फील्ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने ग्राहकों को विश्वास में लेकर पीडीसी चेक के जरिए ग्राहकों के खाते से उनके लोन की पूरी राशि के अलावा उनकी जमापूंजी भी आहरित कर ली थी. धोखाधड़ी का शिकार होने वाले ज्यादा ग्राहकों ने पर्सनल लोन लिया था. कुछ ने नए मकान बनाने के लिए लोन लिया था. शिकायतों में पुलिस के जवान भी शामिल थे. जिसके बाद उन्होंने संबंधित शाखा में लिखित शिकायत के साथ सुकमा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई.
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मामले के निराकरण में इनकी रही अहम भूमिका
लोनधारकों ने सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में एसडीओपी सुकमा प्रतीक चतुर्वेदी और थाना प्रभारी एकेश्वर नाग के साथ एक विशेष टीम का गठन किया गया. उपरोक्त टीम ने 24 घंटे के अंदर ही आरोपी विश्वजीत सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान पुलिस ने लगातार अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर 41 लाख की राशि बरामद की. इस मामले को सुलझाने में एसआई महेश प्रधान, एसआई मनोज कौशिक, एसआई अतुल राय, प्रधान आरक्षक संदीप झा, प्रधान आरक्षक महेंद्र पटेल, आरक्षक विजय सिरदार का विशेष योगदान रहा.