सुकमा: शनिवार को सुकमा में कोराजडोंगरी के चिंतागुफा के पास नक्सली हमले में 17 जवान शहीद हो गए. जबकि 15 जवान घायल हैं. शहीद होने वाले जवानों में डीआरजी के 12 जवान और एसटीएफ 5 जवान हैं. करीब 15 जवान घायल हैं. दरअसल चिंतागुफा थाना क्षेत्र के कोराजडोंगरी में शनिवार की सुबह नक्सलियों को खदेड़ने के बाद धोखे में रहे जवान रेंगापारा के जंगल में घात लगाए नक्सलियों के एम्बुश में फंस गए.
नक्सलियों की ओर से हुई जबरदस्त गोलीबारी में जवानों को संभालने का मौका नहीं मिला. देशी मोर्टार और आधुनिक हथियारों से नक्सली लगातार फायरिंग करते रहे. शुरुआती फायरिंग में ही डीआरजी के 5 से 6 जवान मौके पर ही शहीद हो गए. मौके पर मची अफरा-तफरी में कई जवान घायल हो गए. घायलों को मदद करने के बजाए साथी जवान मौके से बच निकले और किश्तों में कैम्प पहुंचे. घटना स्थल पर मदद नहीं मिलने की वजह से भी घायल जवानों की शहादत हो गई.
कोराजडोंगरी में सुबह करीब 9.30 बजे जवानों ने नक्सलियों के लिए एम्बुश लगाया. बड़े नक्सली नेताओं की मौजूदगी को सूचना पर तेमालवाड़ा, चिंतागुफा और बुर्कापाल से डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा 206 के करीब तीन सौ से ज्यादा जवान शुक्रवार शाम को स्पेशल ऑप्स पर निकले थे. एलमागुंडा गांव में सर्चिंग कर जवानों की टुकड़ी लौट रही थी. इस दौरान कोराजडोंगरी के पास जवानों ने नक्सलियों के लिए एम्बुश प्लान किया. इस दौरान जवानों के एम्बुश में नक्सलियों के बड़े लीडरों को गोली लगी है. जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली पीछे हट गए. इधर वापसी के दौरान रेंगापारा के पास नक्सलियों के एंबुश में जवान फंस गये. घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर कोबरा 206 की एक टुकड़ी मौजूद थी लेकिन एंबुश में फंसे जवानों को मदद नहीं कर पाई.