सुकमा में 12 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे सुकमा:नक्सल प्रभावितसुकमा जिला मुख्यालय Naxal affected Sukma स्थित मिनी स्टेडियम में 12 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. Sukma mass marriage नवविवाहित जोड़ों को मंत्री कवासी लखमा ने आशीर्वाद दिया. खास बात यह रही कि इन जोड़ों को नए जीवन की शुरुआत के लिए जरूरत के सामान भी भेंट किए गए. Sukma news
पुलिस केवल लड़ने के लिए नहीं है:आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने नवदंपत्तियों को आशीर्वाद देने के साथ जीवन की नई शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दी. उन्होंने सामूहिक विवाह आयोजन के लिए द्वितीय वाहिनी सीआरपीएफ व सामूहिक विवाह वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट हरदोई और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस का आभार जताया. लखमा ने कहा कि "पुलिस केवल लड़ने के लिए नहीं है बल्कि हर मुसीबतों में लोगों के साथ है. बाढ़ के हालात हों या सड़क बनाने का काम हो या फिर अन्य गतिविधियां, सभी में पुलिस की सहभागिता होती है. इस बार पुलिस ने एक नया काम किया है, जिसके लिए वो बधाई के पात्र हैं."
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युवाओं का जीवन सफल बनाने का प्रयास:सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी कमांडेंट रतिकांत बेहेरा ने कहा कि "द्वितीय वाहिनी स्थानीय ग्रामीणों और नौजवानों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रही है. विवाह कार्यक्रम में द्वितीय वाहिनी के तैनाती क्षेत्र गादीरास, कोर्रा, फूलबगड़ी, रामाराम और मिसमा के 12 जोड़ों का विवाह कराकर युवाओं का जीवन सफल बनाने का प्रयास किया गया. यह सामूहिक विवाह वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट हरदोई और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के सहयोग से कराया गया.''
वर-वधु के परिवार के लोग भी हुए शामिल:प्रत्येक जोड़े को कपड़ा, चप्पल, 1 कंबल, 1 बक्सा, जेवर दिया गया. कार्यक्रम में लगभग 250 लोग शामिल हुए, जिनमें वर-वधु के परिजन और उनके रिश्तेदार शामिल थे. सुकमा कलेक्टर हरीश एस, 74 बटालियन कमांडेंट डीएन यादव, कमांडेंट अरूण कुमार, कमांडेंट सारंग, कमांडेंट नवीन कुमार सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे. कलेक्टर हरिस एस ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया.
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नक्सलियों से लोहा लेते हुए ग्रामीणों की समस्या कर रहे दूर:बस्तर संभाग का सुकमा जिला अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सली ग्रामीणों को अपने संगठन में शामिल करते हैं. नक्सलवाद से निपटने के लिए सुरक्षा बल के जवानों को अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात किया गया है ताकि वे नक्सलियों से लोहा ले सकें. नक्सलियों से लोहा लेने के अलावा सुरक्षा बल के जवान लगातार ग्रामीणों से मिलकर उनके दिलों में जगह बनाने का काम कर रहे हैं. यही कारण है कि ग्रामीण अब सुरक्षा बल के जवानों के साथ मिलकर अपनी समस्याएं बता रहे हैं और सुरक्षा बल के साथ ही जिला प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते हैं.