सुकमा : भारतीय कम्यूनिष्ट पार्टी ने भूपेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाकपा ने ये प्रदर्शन किसानों, युवाओं और जेल में बंद आदिवासियों से किए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए किया है. इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपा.
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भाकपा के पूर्व विधायक और आदिवासी नेता मनीष कुंजाम ने भूपेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि 'सरकार ने चुनाव से पहले क्षेत्र की जनता से कई वादे किये थे. इनमें प्रमुख वादा था जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों को सरकार बनने के तीन महीने में ही रिहा किया जाएगा, लेकिन सरकार बने करीब दस महीने बीत गए हैं और अब तक एक भी आदिवासी रिहा नहीं हो पाया है. इसी तरह सरकार ने ये भी वादा किया था कि यदि किसी बेरोजगार को नौकरी नहीं दे पाए तो उन्हें प्रति माह 2 हजार 500 रूपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया है.'
अडानी ग्रुप के मामले ने कांग्रेस ने साधी चुप्पी
भाकपा ने सरकार पर अडानी ग्रुप को बैलाडिला मे कोल माइन में खनन के लिए लीज में देने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'चुनाव से पहले कांग्रेस के नेता अडानी को बस्तर में घुसने नहीं देने की बात करते थे, लेकिन अब अडानी से इतना प्रेम हो गया कि बैलाडिला के 13 नंबर डिपाजिट को आडानी ग्रुप को लीज देने के पक्ष में काम कर रहे हैं. जबकि पूरे बस्तर में पेशा कानून लागू है और यहां बगैर ग्रामसभा के किसी भी तरह की कार्रवाई असंभव है. बगैर ग्रामसभा के ही अडानी ग्रुप को कोल माइन खनन की लीज दे दी गई. जांच के बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी की है लेकिन सरकार लगातार चुप्पी साधे बैठी है. '