सुकमा: शनिवार को देर रात हुए IED ब्लास्ट में CRPF के कोबरा 206 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए हैं. रविवार को रायपुर के माना कैंप में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने शहीद जवान को अंतिम सलामी दी. इस दौरान संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी मौजूद रहे.
दरअसल, शनिवार रात लगभग साढ़े 8 बजे चिंतागुफा थाना, अरबराज मेट्टा पहाड़ियों में आईईडी ब्लास्ट में सेकेंड इन कमांड दिनेश सिंह और असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव सहित 206 कोबरा के आठ जवान घायल हो थे. घटना को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह ने दुख जताया है.
सीएम भूपेश का ट्वीट-
रमन सिंह ने भी जताया दुख-
मौके से सभी घायलों को तुरंत चिंतलनार फील्ड अस्पताल पहुंचाया गया. बाद में रात में सभी 08 घायलों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया.
इलाज के दौरान नितिन भालेराव ने ली अंतिम सांस
इलाज के दौरान असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए. उन्होंने रायपुर में आज सुबह लगभग साढ़े 3 बजे अंतिम सांस ली. शहीद नितिन भालेराव नासिक,महाराष्ट्र के मूल निवासी थे. रायपुर में इलाज करा रहे बाकी 7 घायलों की हालत स्थिर है. खबर की पुष्टि बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने की है.
दो IED ब्लास्ट
शनिवार करीब रात 8.30 बजे जिले के ताड़मेटला इलाके में दो आईईडी ब्लास्ट हुए. जिसके बाद देर रात हेलीकॉप्टर की मदद से घायल 5 जवानों को रायपुर रेफर किया गया. साथ ही 2 जवानों का इलाज बुर्कापाल कैंप में जारी है.
रायपुर में चल रहा घायल जवान का इलाज
माना के चौथी बटालियन परेड ग्राउंड में शहीद असिसटेंट कमांडेंट नितिन भालेराव को अंतिम सलामी दी जाएगी. जिसमें राज्यपाल, सीएम, डीजीपी समेत सीआरपीएफ के अधिकारी शामिल होंगे. सलामी के बाद मुंबई की रेगुलर फ्लाइट से पार्थिव शरीर गृहग्राम भेजा जाएगा.
कैंप से 6 किलोमीटर दूर हुआ ब्लास्ट
नक्सलियों ने सुकमा के चिंतलनार कैंप से 6 किलोमीटर की दूरी पर IED लगा रखा था. घटना में घायल सभी जवान CRPF 206 कोबरा बटालियन के जवान है.
सुकमा में IED ब्लास्ट में जवान घायल
पढ़ें:दंतेवाड़ा: जवानों ने लाल आतंक की साजिश की नाकाम, 4 किलो का दो IED किया डिफ्यूज
सुकमा में बढ़ रही नक्सल घटनाएं
सुकमा में नक्सल घटनाएं दोबारा बढ़ने लगी है. नक्सली लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. हाल के दिनों में नक्सलियों ने दोबारा अपने आंतक से सुकमा को डराया है. 21 नवंबर को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर दो ग्रामीणों की हत्या कर दी थी. नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर दोनों युवकों को मौत के घाट उतार दिया था. दोनों युवक कोंटा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. नक्सलियों ने 17 नवंबर की देर रात दोनों युवकों को घर से अगवा कर लिया और दूसरे दिन गांव में जनअदालत लगाकर उनकी हत्या कर दी. जिसके बाद से सुरक्षा बल भी सतर्क हो गए थे.