सुकमा :रामाराम में प्रदूषण नियमों को ताक पर रखकर पहाड़ों पर खुदाई का काम किया जा रहा है. अवैध क्रशर प्लांट से उड़ रही धूल खेतों को बंजर कर रही है. क्रशर प्लांट के अवैध संचालन से आम जन-जीवन बदहाल होने लगा है. पिछले कई सालों से किसान इसके खिलाफ लगातार शिकायत करते आ रहे हैं, जिस पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
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सुकमा कोंटा मार्ग पर आए दिन जिले के वरिष्ठ अधिकारियों का आवागमन होता रहता ह, इसके बाद भी जिम्मेदारों की नजर अवैध क्रशर संचालन पर नहीं पड़ रही है. क्रशर प्लांट संचालन में किसी भी सुरक्षा मानक का ध्यान नहीं रखा जा रहा है, जिसके चलते आसपास के क्षेत्र में धूल और सैलरी से उपजाऊ जमीनें खराब होने लगी हैं. ऐसे में परेशान किसानों ने खेती करना ही छोड़ दिया है.
अवैध क्रशर प्लांट से खेतों में फसलों की पैदावार लगातार घटती जा रही है. खेती-बाड़ी ही एकमात्र जरिया होने की वजह से आदिवासी किसानों को आर्थिक तंगी का शिकार होना पड़ रहा है. रामाराम के किसानों ने बताया कि, '20 एकड़ कृषि भूमि है, जिसमें से महज 5 एकड़ जमीन ही कृषि के योग्य बची है. शेष 15 एकड़ में ब्लास्ट से उड़ने वाली धूल बिछ गई है और वो बंजर हो गई है'.