Oppose To Announcement Of Nagar Panchayat :नगर पंचायत की घोषणा से गांव में मचा घमासान, जानिए क्यों हैं ग्रामीण परेशान ? - Gram Panchayat Portha
Oppose To Announcement Of Nagar Panchayat सक्ती ब्लॉक के पोरथा को नगर पंचायत बनाने की घोषणा के बाद गांव में घमासान शुरु हो चुका है.गांव में एक गुट इस घोषणा का विरोध कर रहा है.वहीं दूसरा गुट इस घोषणा के बाद गांव में बयार बहने की बात कह रहा है.इस मामले में विरोधी गुट ने कलेक्टर से मुलाकात करके अपनी समस्या बताई है.Sakti News
सक्ती :सक्ती ब्लॉक के ग्राम पंचायत पोरथा को नगर पंचायत बनाने की घोषणा के बाद अब ग्राम पंचायत में घमासान शुरु हो गया है. जहां एक गुट ने पोरथा को नगर पंचायत बनाने का समर्थन किया है.वहीं दूसरे ग्रुप ने पोरथा के नगर पंचायत बनने पर विरोध प्रदर्शन शुरु किया है. एक ही पंचायत से उठ रही दो तरह की मांगों के बाद अधिकारी भी असमंजस में हैं कि वो किस गुट की बात को शासन तक पहुंचाएं.
क्यों हो रहा है नगर पंचायत का विरोध : पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने सक्ती के पोरथा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की थी. लेकिन अब ग्रामीण सरकार के इस ऐलान के बाद विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक नगर पंचायत बनने के बाद गांव में रहने वाले गरीब परिवारों पर मुसीबत का बोझ बढ़ जाएगा.क्योंकि नगर पंचायत बनते ही गरीबों को मनरेगा के तहत मिलने वाला काम बंद हो जाएगा.जिससे बेरोजगारी और आर्थिक समस्या पैदा होगी. वहीं नगर पंचायत बनने के बाद कई तरह के टैक्स भी लागू होंगे.जो गरीब नहीं दे पाएंगे.अपनी शिकायत को लेकर पोरथा नगर पंचायत के लोगों ने कलेक्टर से मुलाकात करके अपनी मांग रखी.
सरपंच ने फैसले का किया स्वागत :वहीं इस घोषणा को लेकर गांव के सरपंच सहित दूसरे ग्रामीण खुशियां मना रहे हैं. सरपंच पटाखे फोड़कर और मिठाईयां बांटकर ग्रामीणों को बधाई दे रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पोरथा को नगर पंचायत बनाकर हमारे गांव में विकास के रास्ते खोलने वाला काम किया गया है.
''नगर पंचायत बनने से अब पोरथा में कई विकास कार्य होंगे. गांव को अब नगर की तरह विकसित किया जाएगा. बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा की दिशा में भी पोरथा में कार्य होंगे'' सीमा राठौर, पंच पोरथा
प्रस्ताव को ग्रामीणों ने बताया फर्जी :वहीं पोरथा को नगर पंचायत बनाने के विरोध में कलेक्टर के पास पहुंचे ग्रामीणों ने अपने शिकायत में कहा कि ग्राम पंचायत में इसको लेकर कोई भी बैठक नहीं की गई. ना ही इसे लेकर कोई प्रस्ताव पंचायत में पारित हुआ है. सरपंच ने गलत तरीके से प्रस्ताव बनाकर दिया है. जिसकी जांच की जाए.वहीं सरपंच का इस मामले में कहना है कि 2 साल पहले ही इसको लेकर प्रस्ताव पारित किया जा चुका है. 6 सितंबर 2021 को पंचायत की बैठक में इस प्रस्ताव को पंच सरपंच की मौजूदगी में पारित किया गया है.अब सरपंच और ग्रामीणों के दावों का प्रशासन जांच करेगा.ताकि पोरथा की समस्या का समाधान निकाला जा सके.